Wednesday, October 29, 2025

त्योहारों की भीड़-भाड़ के दौरान सुरक्षित और तेज़ यात्रा!

रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//प्रविष्टि तिथि: 28 OCT 2025 at 9:01PM by PIB Delhi

रेल मंत्रालय बेहतर व्यवस्थाओं के ज़रिए किए विशेष प्रबंध 

                                                    यह  साभार तस्वीर है--आपको कैसी लगी 

नई दिल्ली28 अक्टूबर 2025: (पीआईबी दिल्ली//रेल स्क्रीन)::

दशकों से भारतीय जनमानस में त्योहारों के सीज़न में रेल यात्रा त्योहारों जुड़ा हुआ है। गर्मी की छुट्टियां हों या बड़े दिनों में सर्दी वाली छुट्टियां। त्योहारों पर यात्रा का उत्साह बढ़ ही जाता है। तीर्थ यात्रा और रिश्तेदारों से मेल मिलाप की भावनाएं भी इस चाहत के साथ जुड़ जाती हैं। बहुत सी कहानियां इस पर मिलती हैं। त्योहारों की भीड़-भाड़ के दौरान यात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्थाओं के ज़रिए भारतीय रेलवे सुरक्षित और समय पर हर मार्ग पर हर यात्रा को सुनिश्चित कर रहा है। दीपावली निकल गई। दहशरा पहले ही निकल गया। नवरात्र और करबाचौथ का उत्साह भी बना रहा। 

अब छठ पूजा के बाद यात्रियों की आरामदायक वापसी यात्रा के लिए 12 लाख रेलवे कर्मचारी चौबीसों घंटे मुस्तैद रखा गया। त्योहारों के दौरान लोगों की सुगम यात्रा के लिए भारतीय रेलवे 12,000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चला रहा है। 

यात्रियों ने त्योहारों के दौरान सुगम यात्रा की सराहना भी की है। भविष्य के लिए भी अब बहुत सी आशाएं  जगी हैं। लोग खुश भी हैं। अब कन्फर्म टिकटों की उपलब्धता और भारतीय रेलवे द्वारा की गई अच्छी व्यवस्था शामिल है।  रेलवे में साफ़ सफाई ,  स्वच्छ व सस्ता भोजन भी सुनिश्चित बनाई गई है। 

यात्रियों की भारी भीड़ के बावजूद, भारतीय रेलवे ने यह सुनिश्चित करके अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई है कि हर कोई अपने प्रियजनों के साथ त्योहार मनाने के लिए सुरक्षित और समय पर घर पहुँचे। त्योहारों के दौरान रेलवे के बेहतरीन इंतजामों पर यात्री खुशी जता रहे हैं। छठ पूजा के बाद यात्रियों की सुरक्षित, आरामदायक और समय पर वापसी यात्रा के लिए 12 लाख से ज़्यादा रेलवे कर्मचारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।

दिवाली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच 12,000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चला रहा है। ये विशेष सेवाएँ देश भर के लोगों के लिए सुरक्षित, सुगम और आरामदायक यात्रा के लिए बनाई गई हैं। अब तक 1.6 करोड़ से ज़्यादा यात्री इन ट्रेनों से यात्रा कर चुके हैं और छठ पर्व के बाद इतनी ही संख्या में यात्रियों के वापसी यात्रा करने की उम्मीद है, क्योंकि भारतीय रेलवे त्योहारों के दौरान आने वाली भीड़ को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने के लिए अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान करना जारी रखे हुए है।

भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए, प्रमुख स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं से युक्त होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। नई दिल्ली स्टेशन पर एक नया स्थायी होल्डिंग एरिया 7,000 से ज़्यादा यात्रियों के लिए उपयुक्त है और इसमें पुरुषों और महिलाओं के लिए 150-150 शौचालय, टिकट काउंटर, स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें और आरओ के पानी की मुफ्त सुविधा है। भारतीय रेलवे ने त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा और व्यवस्थित प्रवेश के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश के 30 स्टेशनों पर समर्पित होल्डिंग एरिया भी स्थापित किए हैं। सुचारू संचालन के लिए सीसीटीवी निगरानी, ​​हैंडहेल्ड स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें (एटीवीएम) और बेहतर यात्री आवागमन पैटर्न का इस्तेमाल किया जा रहा है।

यात्रियों की सुचारू आवाजाही और बेहतर समन्वय के लिए भारतीय रेलवे ने मंडल, ज़ोन और रेलवे बोर्ड स्तर पर वॉर रूम स्थापित किए हैं। रेलवे बोर्ड को सभी स्थानों से लाइव फ़ीड मिलती है, जबकि प्रमुख स्टेशनों पर मिनी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। यह रीयल-टाइम निगरानी प्रणाली देश भर में परिचालनों के समन्वय, स्टेशनों की स्थिति पर नज़र रखने और अतिरिक्त ट्रेनों व अन्य ज़रुरतों का आकलन करने में मदद करती है।

त्योहारों के दौरान भारतीय रेलवे की व्यवस्थाओं पर यात्रियों ने खुशी जताई

त्योहारों के मौसम में यात्रा करने वाले यात्री अपने अनुभव साझा कर रहे हैं और भारतीय रेलवे द्वारा प्रदान की गई कन्फर्म टिकटों, व्यवस्थाओं और समग्र यात्रा अनुभव पर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे हैं। त्योहारों की भारी भीड़ को संभालने के लिए, देश भर के रेलवे कर्मचारी सक्रिय रूप से यात्रियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं, स्टेशनों पर व्यवस्था बनाए रख रहे हैं और यात्रियों का सरलता से चढ़ना और उतरना सुनिश्चित कर रहे हैं। निरंतर निगरानी, ​​कुशल भीड़ प्रबंधन और समय पर समन्वय से, प्रत्येक यात्री को सुरक्षित, आरामदायक और समय पर अपने गंतव्य तक पहुँचने में मदद मिल रही है।

नई दिल्ली से छपरा जा रहे एक यात्री ने अपनी बहन के साथ छठ मनाने के लिए कन्फर्म टिकट मिलने पर खुशी जताई और इस व्यवस्था के लिए भारतीय रेलवे का आभार व्यक्त किया। भागलपुर में, एक यात्री ने छठ गीतों से बने उत्सवी माहौल की सराहना की, जबकि पुणे में एक अन्य यात्री ने पानी, पंखे और उचित बैठने की व्यवस्था वाले सुव्यवस्थित होल्डिंग एरिया की प्रशंसा की।

भागलपुर के यात्रियों ने छठ पूजा के दौरान भारतीय रेलवे द्वारा की गई बेहतर व्यवस्थाओं की सराहना की। एक यात्री ने बताया कि व्यवस्थाएँ बेहतरीन थीं और स्टेशन पर छठ गीतों की आवाज़ से उत्सव जैसा माहौल बन गया था। 

यात्रियों की देखभाल के प्रति भारतीय रेलवे के समर्पण के मद्देनज़र हावड़ा रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों ने एक दिव्यांग यात्री को सहायता प्रदान की, जिसने उनके सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।

छठ मनाने के लिए नई दिल्ली से बिहार जा रहे एक यात्री ने कहा कि व्यवस्थाएं उत्कृष्ट थीं, साफ-सफाई सराहनीय थी और कन्फर्म सीट आरामदायक थी।

बांद्रा टर्मिनस से बरौनी तक यात्रा करने वाले एक मुसाफिर ने कहा कि कन्फर्म सीट मिलने से लेकर स्टेशन के गेट में प्रवेश करने तक, सब कुछ अच्छी तरह से व्यवस्थित था और उन्होंने आरपीएफ के प्रयासों की भी सराहना की।

 हावड़ा से मुजफ्फरपुर जा रहे एक यात्री ने बताया कि व्यवस्थाएँ बेहतरीन थीं और ट्रेन में चढ़ने का अनुभव भी बहुत अच्छा रहा। सामान्य डिब्बे में यात्रा करते हुए, उन्होंने बताया कि उन्हें आसानी से सीट भी मिल गई।

 एक यात्री ने कुशल रेलवे प्रणाली, सुचारू ऑनलाइन टिकटिंग, व्यवस्थित कतारों और त्योहारों के दौरान सुरक्षा और उचित सीट आवंटन करने में आरपीएफ की सतर्कता की प्रशंसा की।

भारतीय रेलवे त्योहारों के मौसम में सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हर यात्री के लिए सुचारू संचालन और सुखद यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 12 लाख से ज़्यादा समर्पित कर्मचारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। अतिरिक्त ट्रेनें चलाने से लेकर स्वच्छता, सुरक्षा और समय की पाबंदी बनाए रखने तक, एक कुशल और विश्वसनीय यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जाती है।

****पीके/केसी/एनएस -(रिलीज़ आईडी: 2183599)

Tuesday, October 21, 2025

रेलवे में महिलाओं के लिए पूरी सुरक्षा कब तकसुनिश्चित होगी?

सोशल मीडिया ओर समस्या या शिकायत गंभीर संकेत है 

रेल में बिना किसी रुकावट के सुरक्षित सफर सभी के लिए कब सुनिश्चित होगा?  यह सवाल कई बरसों से लगातार बना हुआ है। फिलहाल आम जनता के साथ साथ तो महिलाओं की शिकायतें भी अक्सर आती रहती हैं जिनके लिए सर्कार ने कई बार कदम उठाने का दावा भी किया है। रेलवे के पास सुरक्षा बल भी हैं और शिकायतें प्राप्त करने और उन्हें दूर करने का आवश्यक ताम झाम भी। इसके बावजूद समस्या हल क्यूँ नहीं होती। सोशल मीडिया में सामने आई यह तस्वीर तो बस उस असुविधा की एक छोटी सी मिसाल भर ही है। बारीकी से नज़र रखी जाए तो बहुत से और मामले भी निकल आएंगे। 

बच्चे को गोद  में लिए चेन्नई रेलवे स्टेशन
पर एक महिला-संकेतक Pexels तस्वीर
जिसे क्लिक किया Anish Aloysious ने 

इस संबंध में बहुत सी शिकायतें अक्सर दिख ही जाती हैं। भारतीय रेल में महिलाओं को सुरक्षा, शौचालय और सीटों को लेकर कई दिक्कतें और परेशानियाँ होती हैं। असुरक्षा और छेड़छाड़ का डर, शौचालय की सुविधा की कमी, लंबी यात्राओं के दौरान असुविधा, और आरएसी (RAC) टिकट पर पुरुषों के साथ सीट आवंटन जैसी समस्याएं आम हैं। हालांकि, रेलवे इन दिक्कतों को दूर करने के लिए सुरक्षा उपाय जैसे "मेरी सहेली" अभियान और हेल्पलाइन नंबर 182, और सीटों के लिए प्राथमिकता जैसे उपाय कर रहा है। मीडिया में भी इस तरह की ख़बरें आती रहती हैं फिर भी इन्हें नज़र अंदाज़ करने वाले लोग कौन हैं? क्यूँ उनकी खबर नहीं ली जाती?

मुख्य दिक्कतें और परेशानियाँ कई तरह की हैं जिनमें सुरक्षा संबंधी चिंताएँ लगातार कायम हैं। 

अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए असुरक्षा और उत्पीड़न का खतरा अक्सर अधिक रहता है। इस तरह की नज़र और नीयत रखने वालों को कानून से भी कोई डर क्यूं नहीं लगता? क्या कोई सिफारिश आड़े आ जाती है या फिर सबूत नहीं मिल पाते?

आरएसी टिकट पर महिला यात्रियों को अजनबी पुरुषों के साथ सीट आवंटित कर दी जाती है, जो एक बड़ी तकनीकी समस्या है। इस तरफ कौन और कब ध्यान देगा? वैसे तो महिला डिब्बे भी अलग होने चाहिए और संभव हो तो पूरी ट्रेन भी। आरएसी का मतलब "Reservation Against Cancellation" (रद्दीकरण के विरुद्ध आरक्षण) है। इसका मतलब है कि आपको ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति है, लेकिन आपकी सीट कन्फर्म नहीं होती और आपको इसे किसी अन्य आरएसी यात्री के साथ साझा करना पड़ता है। आप ट्रेन में एक सीट पर बैठने के लिए अधिकृत होते हैं, और यदि कोई कन्फर्म यात्री अपनी टिकट रद्द करता है, तो आपको खाली बर्थ मिल सकती है। 

इसी तरह सीटों से संबंधित समस्याएँ भी कम नहीं हैं। महिलाओं को अक्सर ऊपर की बर्थ मिलती है, जिसे चढ़ने-उतरने में परेशानी होती है, खासकर बुजुर्गों या गर्भवती महिलाओं को। हालांकि यह सब कम्प्यूटरीकृत सिस्टम में भी शामिल हो सकता है। इस सहमति को हर महिले यात्री की मर्ज़ी पर भी छोड़ा जा सकता है। 

समस्या और भी है कि आरएसी/वेटिंग टिकट कन्फर्म होने पर महिला कोच का विकल्प अक्सर उपलब्ध नहीं होता। ऐसे में कुछ वैकल्पिक प्रबंधों पर भी विचार होना चाहिए।  

साथ ही बुनियादी सुविधाओं की कमी भी अक्सर खलती है। स्टेशनों पर शौचालय की कमी या दूरी एक आम समस्या है, जिससे महिलाओं को असुविधा होती है। बरसों से चल रही है विकास की कोशिशें अब तक तो यह समस्या पूरी तरह से खत्म हो जानी चाहिए थी। समस्याएं और मुद्दे और भी हैं लेकिन उनकी चर्चा करेंगे किसी अलग पोस्ट में बहुत जल्दी। फिलहाल इस पोस्ट पर आपके विचारों की इंतज़ार रहेगी ही। 

Wednesday, October 1, 2025

भारतीय रेल: 2 अक्टूबर से शुरु हो रहा विशेष अभियान

प्रविष्टि तिथि: 01 OCT 2025 at 7:09 PM by PIB Delhi

विशेष अभियान 5.0 की सफल शुरूआत के लिए भारतीय रेलवे में तैयारियाँ ज़ोरों पर

*विशेष अभियान 5.0 का मकसद कबाड़ निपटान से राजस्व अर्जित करना, ई-कचरा प्रबंधन, स्थान का अधिकतम उपयोग, लंबित मामलों और जन शिकायतों का समय पर निपटान, ई-फाइल समीक्षा और स्वच्छता अभियानों पर ध्यान केंद्रित करना है

*105 अमृत भारत स्टेशनों सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर अमृत संवाद का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अपशिष्ट से धन और जन जागरूकता बढ़ाने के लिए नागरिक-केंद्रित पहलों पर ज़ोर दिया जाएगा

नई दिल्ली: 01अक्टूबर 2025: (PIB Delhi//रेल स्क्रीन)::

रेल मंत्रालय में विशेष अभियान 5.0 के सफल क्रियान्वयन के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह अभियान सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को संस्थागत रूप देने के लिए की गई एक खास पहल है, जिसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2025 से होगी। यह अभियान संपूर्ण भारतीय रेलवे में लागू किया जाएगा।

अभियान की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज रेलवे बोर्ड कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सतीश कुमार ने की। बैठक में सभी महाप्रबंधक/क्षेत्रीय रेलवे, महाप्रबंधक/पीयू, महानिदेशक/आरडीएसओ एवं प्रशिक्षण संस्थान तथा एमडी/सीएमडी/पीएसयू के साथ-साथ रेलवे बोर्ड के संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।


बैठक में
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सभी स्तरों पर सक्रिय भागीदारी की ज़रुरत पर बल दिया। उन्होंने सभी क्षेत्रीय रेलों और अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों के महाप्रबंधकों को अभियान की गतिविधियों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का निर्देश दिया।

विशेष अभियान 5.0 के तहत प्रमुख लक्ष्यों में स्क्रैप निपटान से राजस्व अर्जित करना, ई-कचरा प्रबंधन, स्थान का अधिकतम उपयोग, ई-फाइलों की समीक्षा और उनका निराकरण तथा लंबित संदर्भों और जन शिकायतों का समय पर निपटान सुनिश्चित करना शामिल है। स्वच्छता अभियान चलाने के अलावा, अपशिष्ट से धन अर्जित करने की पहल और प्रभावी ई-फाइल प्रबंधन पर खास ज़ोर दिया जाएगा। जन जागरूकता बढ़ाने के लिए, अमृत संवाद के रूप में नागरिक-केंद्रित पहल सभी प्रमुख स्टेशनों पर आयोजित की जाएँगी, जिनमें 105 अमृत भारत स्टेशन भी शामिल हैं। अभियान के दौरान की गतिविधियों और उपलब्धियों को सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार चैनलों और प्रेस विज्ञप्तियों आदि के ज़रिए प्रदर्शित किया जाएगा।


रेल मंत्रालय विशेष अभियान 5.0 को उचित तरीके से लागू करने और इसे एक बड़ी सफलता बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

***//पीके/केसी/एनएस/डीए//(रिलीज़ आईडी: 2173875)