Friday, February 16, 2024

भारतीय रेलवे: करीब लगभग 94 % ब्रॉडगेज का इलेक्ट्रिफिकेशन

प्रविष्टि तिथि: 02 फरवरी 2024 4:58 PM by PIB Delhi

 40,000 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है 


नई दिल्ली: 02 फरवरी 2024: (पी आई बी/रेल स्क्रीन डेस्क)::

भारतीय रेलवे ने 2014-15 से ब्रॉड गेज (बीजी) नेटवर्क पर लगभग 40,000 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण पूरा कर लिया है। यह विद्युतीकरण में 2004-14 के दौरान लगभग 1.42 किमी/दिन से लेकर 2022-23 में लगभग 18 किमी/दिन तक की बड़ी छलांग है। अभी बड़ी लाइन नेटवर्क पर 61,813 रूट किमी का विद्युतीकरण किया गया है, जो भारतीय रेलवे के कुल ब्रॉड गेज (बीजी) नेटवर्क का लगभग 94 प्रतिशत है। शेष बीजी नेटवर्क का विद्युतीकरण शुरू कर दिया गया है। 2014-23 के दौरान विद्युतीकरण पर 43,346 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। इसके अलावा 2023-24 के दौरान विद्युतीकरण के लिए 8,070 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

पहली अप्रैल 2023 तक, भारतीय रेलवे में कुल 46,360 किमी लंबाई की 459 रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं (189 नई लाइन, 39 गेज रूपांतरण और 231 दोहरीकरण) योजना/अनुमोदन/निर्माण चरण में हैं। इन पर लागत लगभग 7.18 लाख करोड़ रुपए है।

यह जानकारी रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

*** एमजी/एआर/आरपी/एके/एसके

Friday, February 2, 2024

12 से 16 फरवरी तक 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट

Friday 02 February  2024 12:40PM by PIB Delhi

 रेलवे सुरक्षा बल करेगा मेजबानी करेगा 

ड्यूटी मीट के लिए मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट भी लॉन्च की गई

 मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट को लांच किया आरपीएफ के महानिदेशक ने

67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट होनी है 12 से 16 फरवरी तक लखनऊ में 

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) मेज़बानी के लिए पूरी तरह से तैयार 


नई दिल्ली
:02 फरवरी 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) 12 फरवरी से 16 फरवरी, 2024 तक लखनऊ में 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट (एआईपीडीएम) की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी एआईपीडीएम की केंद्रीय समन्वय समिति ने आरपीएफ को सौंपी है। कानून प्रवर्तन क्षेत्रों में प्रसिद्ध इस कार्यक्रम का उद्देश्य आंतरिक सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अपराधों की वैज्ञानिक अनुसंधान और जांच की दिशा में पुलिस अधिकारियों के बीच उत्कृष्टता तथा सहयोग को बढ़ावा देना है।

आधुनिकीकरण की दिशा में एक उल्लेखनीय प्रगति के रूप में, रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक श्री मनोज यादव ने 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के लिए आरपीएफ के तकनीकी समूह द्वारा बनाई गई समर्पित मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट लॉन्च की।

इन-हाउस रूप से विकसित, इन डिजिटल प्लेटफार्मों को संचार को सुव्यवस्थित करने, वास्तविक समय अपडेट प्रदान करने और ऑटोबोट-आधारित बहुभाषी चैट समर्थन जैसी विशेषताओं के साथ इसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भाग लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए निर्बाध भागीदारी की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और विविधि प्रक्रियाओं जैसे प्रतिभागी पंजीकरण, आयोजन की लाइव ट्रैकिंग तथा डिजिटल प्रमाणपत्र, ई-ब्रोशर, नियमों, परिणामों, अनुदेशों का पालन करने और प्रतिभागियों की इवेंट शेड्यूल तक पहुंच के अलावा प्रतिभागियों के पंजीकरण, घटनाओं की लाइव ट्रैकिंग तथा न्यायाधीशों द्वारा परिणामों को चिह्नित करने एवं घोषित करने जैसी कई प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण जैसी मजबूत सुविधाओं से लैस यह प्लेटफार्म प्रतिभागियों के बीच पारदर्शिता को बढ़ावा देता है। यह ऐप और वेबसाइट एक अमूल्य उपकरण के रूप में काम करेंगे, जो प्रतिभागियों के कुल अनुभवों को बढ़ाएंगे और डिजिटल के वर्तमान युग में कानून प्रवर्तन कर्मियों के जांच-पड़ताल संबंधी कर्तव्यों में प्रौद्योगिकी के उपयोग को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेंगे।

67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट कानून प्रवर्तन पेशेवरों के एकजुट होने, सीखने और जांच-पड़ताल उत्कृष्टता के सामूहिक प्रयास को मजबूत करने का भी आह्वान करती है।

विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं जैसे- जांच में वैज्ञानिक सहायता, पुलिस फोटोग्राफी, कंप्यूटर जागरूकता, विशेष कैनाइन यूनिट प्रतियोगिता, तोड़फोड़ निरोधक जांच और पुलिस वीडियोग्राफी के साथ यह पुलिस ड्यूटी मीट कानून प्रवर्तन कर्मियों के लिए अपनी योग्यताओं को निखारने और श्रेष्ठ प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है।

मुख्य कार्यक्रम विवरण:

दिनांक: 12 फरवरी से 16 फरवरी, 2024

मुख्य स्थान: जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी, लखनऊ

आरपीएफ अधिनियम, 1957 के तहत वर्ष 2004 में स्थापित रेलवे सुरक्षा बल तभी से ही रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और यात्रियों तथा उनके सामानों को सुरक्षा प्रदान करने में सहायक रहा है। यह उल्लेखनीय है कि आरपीएफ में 9 प्रतिशत महिलाओं का प्रतिनिधित्व है जो भारतके सभी सशस्त्र बलों में सबसे अधिक है। 

रेल मंत्रालय के तहत वर्ष 1955 में स्थापित जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी, लखनऊ प्रोबेशनर्स, आईआरपीएफएस कैडर अधिकारियों और आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर कैडेटों के लिए एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान के रूप में कार्य कर रही है। यह साइबर अपराध और आपदा प्रबंधन जैसे उभरते क्षेत्रों में पाठ्यक्रम भी प्रदान करती है। सहयोग की भावना से, अकादमी ने रेलवे रक्षकों के लिए व्यापक प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के लिए आईएनएमएएस-डीआरडीओ, एसवीपी-एनपीए, बीपीआरएंडडी और एनआईएसए जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ साझेदारी की है।  एमजी/एआर/आरपी/आईपीएस/वाईबी

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Saturday, September 16, 2023

उत्तर रेलवे के कुछ रास्तों में परिवर्तन

Posted Via Tweet 15th September 2023 at 11:21 PM

यात्रियों की सुविधा के लिए की गई आवश्यक तब्दीली 

नई दिल्ली: 15 सितम्बर 2023: (रेल स्क्रीन डेस्क)::

रेलवे यातायात को यात्रियों की सुविधा के मुताबिक बनाए रखने के लिए समय समय पर बहुत से रेलवे द्वारा बहुत से परिवर्तन करने पड़ते हैं। इसी मकसद के लिए अब कुछ और परिवर्तन किए गए हैं। यात्रियों की जानकारी के लिए सूचित किया जाता है कि रेलवे ने ट्रेन संख्या 20501/20502 अगरतला-आनंद विहार (टी)-अगरतला तेजस राजधानी एक्सप्रेस  (साप्ताहिक) को निम्नलिखित तारीखों से मालदा टाउन, भागलपुर, जमालपुर जंक्शन के माध्यम से चलाने का निर्णय लिया है। समय और रुट के इस परिवर्तन की घोषणा ट्वीट कर के भी की गई है।

यह गाड़ी संख्या 20501 इसी महीने 15 सितम्बर को बाद दोपहर को 03:10 पर अगरतला से चलेगी और विभिन्न स्टेशनों पर होती हुई अगले दिन 10:50 पर आनंद विहार पहुंचेगी। 

इसी तरह यह गाड़ी संख्या 20502 इसी महीने की 17 तारीख को आनंद विहार से शाम को 19:50 पर चलेगी और अगले दिन बाद दोपहर 15:40 पर अगरतला पहुंचेगी। 

रस्ते में गुवाहाटी, मालदा टाऊन, जमालपुर,  कानपूर सेन्ट्रल। दीं दयाल उपाध्याय जंक्शन जैसे स्टेशनों पर रुकेगी ही। विस्तृत विवरण के लिए रेलवे के लोकप्रिय नंबर 139 पर सम्पर्क कर के सारी जानकारी पर्पट की जा सकती है। इस मकसद के लिए रेलवे की वेबसाईट भी देखि जा सकती है और रेलवे की अप्प भी डाऊनलोड की जा सकती है।  


Friday, September 1, 2023

भारतीय रेलवे//श्रीमती जया वर्मा सिन्हा ने कार्यभार संभाला

प्रविष्टि तिथि: 01 September 2023 at 11:06 AM by PIB Delhi

जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ज़िम्मेदारी मिली 

इस शीर्ष पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली महिला हैं


नई दिल्ली
: 01 सितम्बर 2023: (PIB//इनपुट-कार्तिका सिंह-रेल स्क्रीन डेस्क)::

रेलवे की नौकरी का जनून कहिए या फिर रेलवे से इश्क की इंतहा कि आई पी एस के सफल कैरियर को छोड़ कर जया वर्मा की नज़रें रेलवे पर ही रहीं। शायद इस इश्क और जनून का ही असर था कि एक सदी से लंबी उम्र वाले रेलवे का प्रमुख पद आज उनके पास है। यह नियुक्ति एक सप्ताह पहले ही हो गई थी लेकिन कार्यभार आज संभाला गया। फोटोग्राफी से भी बेहद लगाव, उधर आई पी इस सेवा को भी चुना लेकिन फैसला हुआ रेलवे के हक़ में। इसके साथ ही एक इत्तफाक भी देखिए कि जब जीवन साथी के चुनाव का समय आया तो जया वर्मा ने सात फेरे ले लिए एक सफल आई पी ऐसी अधिकारी नीरज सिन्हा के साथ। यह भी प्राकृति का संयोग ही कहिए कि नीरज को रेलवे की नौकरी रास नहीं आ रही थी उन्होंने रेलवे को छोड़ कर आई पी इस सेवा मैं आना ठीक समझा। कई बार ज़िंदगी सचमुच दीवार पर लगने वाले पुरानी किस्म की उस घड़ी जैसी लगती है जिसका पेंडुलम एक सिरे से दूसरे सिरे की तरफ घूमता रहता है. इसी से हमारे सामने आता है सही वक्त। जया वर्मा सिन्हा और नीरज सिन्हा के बेहतरीन वक्त को देख कर इसी पेंडुलम की याद आने लगती है। आजकल शायद पेंडुलम वाली दीवारी घडियां आम तौर पर नहीं आ रहीं लेकिन कभी इन्हीं का ज़माना हुआ करता था। घर परिवार के जीवंत सदस्य का आभास होता था इस दीवारी घड़ी को देख कर। इसका रुकना अपशकुन माना जाता था। न वक्त रुकता है न ही रेलवे का मिशन। एक कोने को दुसरे कोने से जोड़ने वाले रेलवे का संचालन अब एक बेहद काबिल महिला के हाथ में  है। आप इस सारे संचालन को आज के हमारे संसार की जीवन रेखा कह सकते हैं। 

भारतीय रेलवे या भारतीय रेल जिसे संक्षिप्त में भा.रे. भी कहा जाने लगा है, यह भारत सरकार द्वारा नियंत्रित एक ऐसी सार्वजनिक रेलवे सेवा है जिसकी विराटता को देख कर गर्व का अहसास होने लगता है। कुछ समय पूर्व के आंकड़ों के मुताबिक भारत में रेलवे की कुल लंबाई 115,000 किलोमीटर है। अपने सरे सिस्टम द्वारा भारतीय रेल रोजाना करीब 2 करोड़ 31 लाख  अर्थात लगभग पूरे ऑस्ट्रेलिया देश की जनसंख्या के बराबर यात्रियों और 33 लाख टन माल ढोती है। भारतीय रेलवे के स्वामित्व में, भारतीय रेलवे में 12147 लोकोमोटिव, 74003 यात्री कोच और 289185 वैगन हैं और 8702 यात्री ट्रेनों के साथ प्रतिदिन कुल 13523 ट्रेनें चलती हैं। भारतीय रेलवे में 300 रेलवे यार्ड, 2300 माल ढुलाई और 700 मरम्मत केंद्र हैं। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलवे सेवा है। 12.27 लाख कर्मचारियों के साथ, भारतीय रेलवे दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी व्यावसायिक इकाई है। रेलवे विभाग भारत सरकार के मध्य रेलवे विभाग का एक प्रभाग है, जो भारत में संपूर्ण रेलवे नेटवर्क की योजना बना रहा है। रेलवे विभाग की देखरेख रेलवे विभाग के कैबिनेट मंत्री द्वारा की जाती है और रेलवे विभाग की योजना रेलवे बोर्ड द्वारा बनाई जाती है।

यह भारत के परिवहन क्षेत्र का मुख्य घटक है। यह न केवल देश की मूल संरचनात्‍मक आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है अपितु बिखरे हुए क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने में और देश राष्‍ट्रीय अखंडता का भी संवर्धन करता है। राष्‍ट्रीय आपात स्थिति के दौरान आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने में भारतीय रेलवे अग्रणी रहा है। 

इतने बड़े ढांचे और सिस्टम को चलाना सहज भी नहीं होता। इस के अनुशासन भी कुशलता से करना होता है। इस बार इसकी ज़िम्मेदारी पहली बार एक महिला अधिकारी को दी गई है। बहुत बड़े नेटवर्क को बेहद कुशलता से नियंत्रित करना होता है। ध्यान रखना होता है की ज़रा सी भी चूक न हो जाए। 

श्रीमती जया वर्मा सिन्हा ने आज रेल भवन में रेलवे बोर्ड (रेल मंत्रालय) के नए अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का पदभार संभाल लिया। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने श्रीमती जया वर्मा सिन्हा की नियुक्ति को स्वीकृति दी है। जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में भारतीय रेलवे के इस शीर्ष पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं।

इससे पहले श्रीमती जया वर्मा सिन्हा ने रेलवे बोर्ड में सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) के तौर पर कार्य किया है। श्रीमती सिन्हा भारतीय रेलवे में माल ढुलाई और यात्री सेवाओं के समग्र परिवहन का दायित्व भी संभाल चुकी हैं।

श्रीमती जया वर्मा सिन्हा 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) में शामिल हुईं। भारतीय रेलवे में अपने 35 साल से अधिक के करियर में उन्होंने रेलवे बोर्ड के सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) अपर सदस्य, यातायात परिवहन जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने परिचालन, वाणिज्यिक, आईटी और सतर्कता सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है। वह दक्षिण-पूर्व रेलवे की प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला भी रही हैं। उन्होंने बांग्लादेश के ढाका में भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी कार्य किया, उनके इस कार्यकाल के दौरान कोलकाता से ढाका तक प्रसिद्ध मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था।

गौरतलब है कि श्रीमती सिन्हा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं और उन्हें फोटोग्राफी में गहरी रुचि है। उनकी इस कला पर हम अलग से चचा करेंगे बहुत जल्द। 

*** PIB//एमजी/एमएस/एसएस/एचबी//(रिलीज़ आईडी: 1953968) 

Friday, August 11, 2023

रेल मंत्रालय की अब एक और नई पहल

 प्रविष्टि तिथि: 11 AUG 2023 4:03 PM by PIB Delhi

कुछ रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) स्थापित होंगें


नई दिल्ली
: 11 अगस्त 2023: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

जब कोई व्यक्ति रेल यात्रा में होता है तो उसको बहुत सी मुश्किलें भी कई बार आ घेरती हैं। इनमें ज़्यादातर मुश्कलें कई बार स्वास्थ्य को ले कर रहती हैं। रेल केवल अपने निश्चित रेलवे स्टेशनों पर निश्चित समय के लिए ही खड़ी होती है। ऐसे में रेलवे स्टेशन से बाहर कोई औषधि लेने जाना सम्भव नहीं होता। भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है। अब चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर सस्ती दवाओं की बिक्री वाले जान औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं। इनका उद्देश्य सभी को किफायती मूल्‍यों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं  (जनऔषधि उत्पाद) उपलब्ध कराना है। ​​​​रेलवे वाणिज्यिक रूप से लाइसेंसधारियों को इन केन्‍द्रों के संचालन के लिए परिसंचारी क्षेत्रों और स्टेशनों के बकॉनकोर्स में तैयार आउटलेट उपलब्‍ध कराएगा। 

रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों के कल्याण और भलाई के लिए भारतीय रेलवे ने कुछ रेलवे स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया और कॉनकोर्स में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र (पीएमबीजेके) स्थापित करने के लिए एक नीतिगत ढांचा तैयार किया है, जिनका संचालन लाइसेंसधारक करेंगे। पायलट परियोजना के लिए पहचाने गए 50 स्टेशनों की सूची अनुबंध-I में संलग्‍न है।

लाखों दैनिक आगंतुकों और यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, भारतीय रेलवे अपने स्टेशनों पर सुविधाओं में लगातार वृद्धि कर रहा है। रेलवे स्टेशनों पर पीएमबीजेके स्थापित करने के उद्देश्य इस प्रकार हैं:

सभी को किफायती मूल्यों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां और उपभोज्‍य वस्तुएं (जनऔषधि उत्पाद) उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के मिशन को बढ़ावा देना।

रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों/आगंतुकों को जनऔषधि उत्पादों का आसानी से उपयोग करने में सक्षम बनाना।

किफायती मूल्‍यों पर दवाइयां उपलब्‍ध कराकर समाज के सभी वर्गों के बीच कल्याण और भलाई को बढ़ावा देना।

पीएमबीजेके खोलने के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना और उद्यमियों के लिए अवसर जुटाना।

इस योजना के तहत पीएमबीजेके को 'अपेक्षित यात्री सुविधा' माना जाएगा और उसके अनुसार रेलवे वाणिज्यिक रूप से लाइसेंसधारकों द्वारा संचालन के लिए सर्कुलेटिंग एरिया और स्टेशनों के कॉनकोर्स में तैयार किये गए आउटलेट उपलब्‍ध कराएगा।

ये आउटलेट सुविधाजनक स्थानों पर सर्कुलेटिंग एरिया/परिसरों में स्थित होंगे, ताकि स्‍टेशनों पर आने और जाने वाले सभी यात्रियों को लाभ हो।

पीएमबीजेके रेलवे डिवीजनों द्वारा पहचान किए गए स्थानों पर लाइसेंसधारियों द्वारा स्थापित और संचालित किए जाएंगे। आईआरईपीएस के माध्यम से संबंधित रेलवे डिवीजनों के साथ ई-नीलामी द्वारा स्टाल प्रदान किए जाएंगे। इन स्टालों को एनआईडी अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया जाएगा।

पीएमबीजेके आउटलेट्स के सफल बोलीदाताओं को जन औषधि की दुकान चलाने के लिए आवश्यक अनुमति और लाइसेंस प्राप्त करना होगा तथा उन्‍हें दवाइयों के भंडारण के लिए सभी वैधानिक आवश्यकताओं का भी अनुपालन करना होगा।

पीएमबीजेके आउटलेट्स के सफल बोलीदाताओं को परिचालन शुरू करने से पहले पीएमबीजेके के लिए नोडल एजेंसी यानी फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (पीएमबीआई) और जनऔषधि योजना (पीएमबीआई द्वारा अनिवार्य) के लिए अधिकृत वितरकों के साथ भी एक समझौता करना होगा।

इस तरह अब रेलवे स्टेशनों पर सस्ती दवाएं भी उपलब्ध हो सकेंगी। महंगे ब्रांड वाली दवाओं के मुकाबिले इन दवाओं भी बहुत अच्छा होता है। 

*** PIB//एमजी/एमएस/आरपी/आईपीएस/वाईबी/एसके//(रिलीज़ आईडी: 1947934)

Wednesday, March 22, 2023

भारतीय रेल ने ओडिशा का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण पूरा किया

प्रविष्टि तिथि: 22 MAR 2023 4:26 PM by PIB Delhi

*ओडिशा का विद्यमान बड़ी लाइन नेटवर्क ( 2,822 रूट किमी) 

*अब 100 प्रतिशत विद्युतीकृत है 

*विद्युतीकरण से लाइन खींचने की (हाउल) लागत में 2.5 गुना कमी आ जाएगी


नई दिल्ली
//भुवनेश्वर: 22 मार्च 2023: (पीआईबी//रेल स्क्रीन//ओड़िसा स्क्रीन)::

वर्ष 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जक अर्जित करने का लक्ष्य निर्धारित करने की तर्ज पर, भारतीय रेल ने ओडिशा के विद्यमान बड़ी लाइन नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को पूरा कर लिया है। ओडिशा का विद्यमान बड़ी लाइन नेटवर्क 2,822 रूट किलोमीटर है जो अब 100 प्रतिशत विद्युतीकृत है और इसकी वजह से लाइन खींचने की (हाउल) लागत में (लगभग 2.5 गुना कमी) गिरावट आएगी, हाउलेज क्षमता भारी होगी, सेक्शनल क्षमता में बढोतरी होगी, इलेक्ट्रिक लोको के प्रचालन और रखरखाव की लागत कम हो जाएगी, आयातित कच्चे तेल पर कम निर्भरता के साथ परिवहन के ऊर्जा सक्षम और पर्यावरण अनुकूल साधन का निर्माण होगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। इसके अतिरिक्त, रेलवे की 100 प्रतिशत विद्युतीकृत नेटवर्क की नीति की तर्ज पर विद्युतीकरण के साथ साथ बड़ी लाइन के नए नेटवर्क को भी मंजूरी दी जाएगी।

ओडिशा राज्य का भूभाग पूर्वी तट, दक्षिणी पूर्वी एवं दक्षिणी पूर्वी मध्य रेलवे के अधिकार क्षेत्र में पडता है। ओडिशा के कुछ मुख्य रेलवे स्टेशन हैं : भुवनेश्वर, कटक, पुरी, संबलपुर, भद्रक, राउरकेला तथा झारसुगुडा। रेल नेटवर्क ओडिशा से देश के दूसरे हिस्सों में खनिज अवयवों, कृषि उत्पादों एवं अन्य वस्तुओं के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

ओडिशा में पहली रेलवे लाइन 1897 में कटक-खुरदा रोड-पुरी के बीच बनाई गई थी। ओडिशा राज्य की कुछ प्रतिष्ठित रेलगाड़ियां हैं : हावड़ा-पुरी एक्सप्रेस, कोणार्क एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस, हीराकुंड एक्सप्रेस, विशाखा एक्सप्रेस और भुवनेश्वर - नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस। ये रेलगाड़ियां राज्य के विभिन्न हिस्सों और भारत के अन्य प्रमुख शहरों के लिए सुविधाजनक कनेक्टविटी प्रदान करती हैं।

***** एमजी/एमएस/एआर/एसकेजे/डीके-


Monday, February 6, 2023

अब व्‍हाट्सएप द्वारा ऑनलाइन भोजन का ऑर्डर

प्रविष्टि तिथि: 06 FEB 2023 1:10PM by PIB Delhi

भारतीय रेल ने नई सेवा आरंभ की--यात्रा में एक नई सुविधा 


नई दिल्ली
: 06 फरवरी 2023: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

भारतीय रेल के पीएसयू, आईआरसीटीसी ने रेल यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग सेवाओं के माध्यम से भोजन ऑर्डर करने के लिए व्हाट्सएप संचार आरंभ किया।

व्‍हाट्सअप नंबर +91-8750001323 ग्राहक के लिए एक संवादात्‍मक दो-तरफा संचार मंच बनेगा।

यात्रियों के लिए और उनके लिए भोजन बुक करने के लिए भी ई-कैटरिंग सेवाओं से जुड़े सभी प्रश्‍नों के प्रत्‍युत्‍तर के लिए एआई पावर चैटबॉट होगा।

चुनिंदा ट्रेनों और यात्रियों पर कार्यान्वित ई-केटरिंग सेवाओं के लिए व्हाट्सएप संचार होगा।

ग्राहकों के फीडबैक और सुझावों के आधार पर कंपनी इसे दूसरी रेलगाडि़यों में भी लागू करेगी।

भारतीय रेल की पीएसयू, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने एक विशेष रूप से विकसित वेबसाइट www.catering.irctc.co.in के साथ-साथ अपने ई-कैटरिंग ऐप फूड ऑन ट्रैक के माध्यम से ई-कैटरिंग सेवाएं आरंभ की हैं।

अपनी ई-कैटरिंग सेवाओं को अधिक ग्राहक-केंद्रित बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए भारतीय रेल ने हाल ही में रेल यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग सेवाओं के माध्यम से भोजन ऑर्डर करने के लिए व्हाट्सएप संचार शुरू किया है। इसके लिए बिजनेस व्हाट्सएप नंबर +91-8750001323 आरंभ किया गया है।

प्रारंभ में, व्हाट्सएप संचार के माध्यम से ई-कैटरिंग सेवाओं के कार्यान्वयन के दो चरणों की योजना बनाई गई थी। पहले चरण में, बिजनेस व्हाट्सएप नंबर लिंक www.ecatering.irctc.co.in पर क्लिक करके ई-कैटरिंग सेवाओं के चयन के लिए ई-टिकट बुक करने वाले ग्राहक को एक संदेश भेजेगा।

इस विकल्प के साथ, ग्राहक आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग वेबसाइट के माध्यम से सीधे स्टेशनों पर उपलब्ध अपनी पसंद के रेस्तरां से ऐप डाउनलोड करने की आवश्यकता के बिना अपनी पसंद का भोजन बुक कर सकेंगे।

सेवाओं के अगले चरण में, व्हाट्सएप नंबर ग्राहक के लिए एक संवादात्‍मक दो-तरफा संचार मंच बनने में सक्षम होगा, जिसमें एआई पावर चैटबॉट यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग सेवाओं के सभी प्रश्नों का प्रत्‍युत्‍तर देगा, साथ ही उनके लिए भोजन भी बुक करेगा।

आरंभ में, चुनिंदा ट्रेनों और यात्रियों पर ई-कैटरिंग सेवाओं के लिए व्हाट्सएप संचार लागू किया गया है और ग्राहकों के फीडबैक और सुझावों के आधार पर, भारतीय रेल इसे अन्य ट्रेनों में भी लागू करेगी।

वर्तमान में, आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग सेवाओं के माध्यम से ग्राहकों को एक दिन में लगभग 50,000 भोजन परोसे जा रहे हैं, जिसे इसकी वेबसाइट के साथ-साथ एप के माध्यम से सक्षम बनाया जा रहा है।