Friday, August 30, 2024

31 अगस्त को मिलेगी तीन वंदे भारत रेलगाड़ियों को हरी झंडी

प्रविष्टि तिथि: 30 अगस्त 2024, 2:59 PM, PIB दिल्ली

बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ रफ़्तार से पर्यटन को मिलेगी नई दिशा

पीआईबी फाईल फोटो 

नई दिल्ली
:30 अगस्त 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

तेज़ रफ्तारी और आरामदायक सफर किसे अच्छा नहीं लगता?इसका सपना तो भारत की जनता लम्बे समय से देख रही थी। नई वंदे भारत ट्रेनें उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक में बेहतर कनेक्टिविटी, तेजी से यात्रा, और पर्यटन को अब देने लगी हैं नई दिशा। 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 31 अगस्त, 2024 को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये ट्रेनें 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत की प्रधानमंत्री की दृष्टि का साकार रूप हैं, जो उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक में बेहतर कनेक्टिविटी और तीव्र यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी।

नई वंदे भारत ट्रेनें मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु, और चेन्नई-नागरकोइल मार्गों पर चलेंगी। ये ट्रेनें अपने तीव्र गति के कारण यात्रा समय को वर्तमान विकल्पों की तुलना में काफी कम कर देंगी। मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत से लगभग 1 घंटे, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से 2 घंटे, और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से लगभग डेढ़ घंटे की बचत होगी।

वंदे भारत ट्रेनें यात्रियों को विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान करेंगी और क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करेंगी। ये अत्याधुनिक ट्रेनें न केवल यातायात के क्षेत्र में क्रांति लाएंगी बल्कि तीन प्रमुख राज्यों - उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक में पर्यटन और व्यापार को भी नया प्रोत्साहन देंगी।

नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ क्षेत्रीय यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों, और छात्रों के लिए रेलवे सेवा में एक नए युग की शुरुआत करेगा, जो तेज़, सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकेंगे। इस तरह की तेज़ ट्रेनें बढ़ने से भारतीय रेल का एक नया इतिहास रचा जा रहा है और आप सभी इसके गवाह बने रहना। आसान नहीं होता इस तरह के सपनों का साकार होना। 


Thursday, August 29, 2024

सभी नुक्कड़ों को जोड़ने वाली रेल दिलों को भी जोड़ती है

इसी लिए कहते हैं रेल ही है संसार की लाईफ लाईन 

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चंडीगढ़: 29 अगस्त 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//रेल स्क्रीन डेस्क)::

रेल के बिना तो यह संसार चल ही नहीं सकता। यातायात से लेकर सामान की ढो-ढुलाई तक ज़िन्दगी के बहुत से ज़रूरी काम रेल के ज़रिए ही सिरे चढ़ते हैं। भारत में रेल परिवहन जीवन रेखा की तरह है,एक लाईफ लाईन। इसी तरह दुनिया भर में भी है। हर जगह और हर किसी को जोड़ने वाली ट्रेनों पर बहुत से गीत भी लिखे जा चुके हैं। इसके बिना ज़िन्दगी की कल्पना भी कैसे संभ हो सकती है। इसके अलावा कई अन्य देशों में भी रेल परिवहन का महत्व बहुत अधिक है। कुछ ऐसे देश जहां रेल जीवन रेखा की तरह मानी जाती है। 

सबसे अधिक विकसित गिना जाने वाला देश जापान भी इस रेल के महत्व को समझता है। जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन दुनिया की सबसे तेज़ और विश्वसनीय रेल सेवाओं में से एक है। यहां रेल परिवहन का प्रमुख साधन है, खासकर बड़े शहरों में।

दुनिया का बेहद शक्तिशाली देश रूस भी रेल का लोहा मानता है। ट्रांस-साइबेरियन रेलवे रूस को पूर्व से पश्चिम तक जोड़ने वाला सबसे लंबा रेल मार्ग है। यहां रेल परिवहन का देश की अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण योगदान है।

दुनिया के शक्ति केन्दों को प्रभावित करने वाला विशाल देश चीन भी इस रेल  तरफ  है। चीन में तेजी से विकसित होती हाई-स्पीड रेल नेटवर्क ने रेल को प्रमुख परिवहन साधन बना दिया है। यह देश के विशाल क्षेत्र को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

यूरोप के देश भी रेल  प्रभावित हैं। जर्मनी, फ्रांस, और स्विट्ज़रलैंड में रेल परिवहन का बहुत महत्व है। इसके बिना जनजीवन सोचा भी नहीं जा सकता। यूरोप में इंटरसिटी और अंतरराष्ट्रीय रेल सेवाएं अत्यधिक विकसित हैं, जो लोगों को शहरों और देशों के बीच सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान करती हैं।

विकास के मामले में दशकों तक बाकी दुनिया से एडवांस समझा जाता अमेरिका भी रेल की तरफ निरंतर ध्यान देता है। अमेरिका के पूर्वी तट और कुछ अन्य क्षेत्रों में रेल परिवहन महत्वपूर्ण है, विशेषकर न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन डीसी और बोस्टन जैसे शहरों में।

इन देशों में रेल परिवहन न केवल यात्रियों के लिए बल्कि माल ढुलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है, और यह वहां की जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा है। दुनिया के सभी देशों और कोनों को एक दुसरे से जोड़ने वाली रेल दिलों को भी जोड़ती है। 

Tuesday, August 13, 2024

जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल अकादमी, लखनऊ का सम्मान

प्रविष्टि तिथि: 13 Aug 2024 at 6:36 PM by PIB Delhi

क्षमता निर्माण आयोग की उत्कृष्ट रेटिंग से किया गया सम्मानित


नई दिल्ली
: 13 अगस्त 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल अकादमी, लखनऊ को सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों (एनएससीएसटीआई) के लिए राष्ट्रीय मानकों के असाधारण पालन की मान्यता में क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) द्वारा प्रतिष्ठित "उत्कृष्ट/अति उत्कृष्ट" रेटिंग से सम्मानित किया गया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि सिविल सेवा प्रशिक्षण में उत्कृष्टता की दिशा में अकादमी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 12 अगस्त, 2024 को आयोजित सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थान सम्मेलन के दौरान भारत के केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा औपचारिक रूप से मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक श्री मनोज यादव ने जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल (जेआरआरपीएफ) अकादमी के निदेशक और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि अकादमी को प्रदान किया गया यह सम्मान अकादमी के कर्मचारियों के अथक समर्पण और अनुकरणीय प्रयासों का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह अनूठी उपलब्धि सिविल सेवा प्रशिक्षण के मानकों को और ऊंचा करने के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह सम्मान केवल अकादमी के निरंतर विकास का प्रतीक है बल्कि इसे देश के छह सर्वश्रेष्ठ शीर्ष प्रशिक्षण संस्थानों में भी शामिल किया गया है।

केंद्र सरकार की सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने की पहल के अनुरूप, सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक (एनएससीएसटीआई) अवसंरचना 18 जुलाई, 2022 को प्रस्तुत की गई थी। सिविल सेवा प्रशिक्षण के लिए दुनिया के पहले राष्ट्रीय स्तर के मानक के रूप में, इस अवसंरचना का लक्ष्य भारत भर के प्रशिक्षण संस्थानों में मानकों को ऊपर उठाना है।

मान्यता प्रक्रिया के लिए आठ प्रमुख स्तंभों: पाठ्यक्रम डिजाइन, संकाय विकास, प्रशिक्षण लक्ष्य, प्रशिक्षण सहायता, डिजिटलीकरण और प्रशिक्षण वितरण, सहयोग, प्रशिक्षण मूल्यांकन और संचालन तथा शासन के आधार पर एक व्यापक मूल्यांकन की आवश्यकता है। जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल (जेआरआरपीएफ) अकादमी ने उच्च मानकों और निरंतर सुधार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए इस कड़ी मूल्यांकन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया।

मूल्यांकन में कई चरण शामिल थे, जिसमें क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) और राष्ट्रीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीईटी) की एक टीम द्वारा डेस्कटॉप मूल्यांकन और ऑन-साइट मूल्यांकन शामिल थे। 

इस पूरी प्रक्रिया में अकादमी के असाधारण प्रदर्शन का परिणाम यह हुआ कि इसे लगभग 149 प्रशिक्षण संस्थानों में से भारत के शीर्ष छह संस्थानों में से एक के रूप में मान्यता मिली, जिन्हें यह सम्मानित रेटिंग प्राप्त करने के लिए मूल्यांकन किया गया है।

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एमजी/एआर/एमकेएस/एसके//(रिलीज़ आईडी: 2045000) 

Saturday, August 3, 2024

RPF ने खतरनाक रेलवे ट्रैक स्टंट के लिए यूट्यूबर को पकड़ा

प्रविष्टि तिथि: 02 Aug 2024 4:00 PM by PIB Delhi

आरपीएफ महानिदेशक ने नागरिकों से अपील की कि वे गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल न हों और ऐसे किसी भी कृत्य के बारे में रिपोर्ट करें

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नई दिल्ली: 02 अगस्त 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

पहले पहल इस तरह की हरकतें अनपढ़ किस्म के युवा केवल अपनी फुकरागिरि दिखाने के लिए करते थे। फिर जब सेल्फी कल्चर शुरू हुआ तो इसी तरह के लड़के नदियों, नहरों और दरिआयों के किनारे सेल्फी खींचने के चक्क्र में अपनी जान का रिस्क लेने लगे। चलती गाड़ियों के दरवाज़े पर खड़े हो कर इस तरह की बेवकूफी भरी दलेरी दिखने लगे। इन चक्रों में बहुत से लड़के अपनी जान गंवा बैठे। जिनकी जान बच भी गई उनको गंभीर चोटें आईं। अब इसी तरह के खतरों से खेलने की बेवकूफी कुछ यूटयूबर दिखाने लगे हैं। इस तरह के मामलों की रोकथाम के लिए सुरक्षा बलों के जवान पूरी मुस्तैदी  ड्यूटी देने लगे हैं। 

रेलवे सुरक्षा बल ने लापरवाही भरे व्यवहार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए, पब्लिसिटी के लिए रेलवे ट्रैक के साथ आपराधिक छेड़छाड़ करके सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है। ट्विटर पर वायरल वीडियो में एक व्यक्ति को रेलवे ट्रैक पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं रखते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद तत्काल जांच की गई। अपराधी, गुलजार शेख ने अपने यूट्यूब चैनल पर 250 से अधिक वीडियो अपलोड किए हैं और उसके 2 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। उसकी ऑन-कैमरा गतिविधियों ने रेलवे सुरक्षा और संचालन दोनों के लिए एक बड़ा जोखिम पैदा किया।

शेख की यूट्यूब प्रोफाइल और सोशल मीडिया उपस्थिति के विस्तृत विश्लेषण के माध्यम से, आरपीएफ ऊंचाहार, उत्तर रेलवे ने 01/08/2024 को रेलवे अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत अपराध दर्ज किया। उसी दिन, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की एक संयुक्त टीम ने श्री गुलजार शेख, पुत्र सैयद अहमद को खांडरौली गांव, सोरांव (इलाहाबाद), उत्तर प्रदेश में उनके निवास से गिरफ्तार किया।

तत्पर और प्रभावी कार्रवाई के लिए आरपीएफ, लखनऊ मंडल की सराहना करते हुए, आरपीएफ महानिदेशक ने इस बात पर जोर दिया कि श्री गुलजार शेख के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भारतीय रेलवे की सुरक्षा से समझौता करने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों के लिए एक मजबूत निवारक के रूप में काम करेगी। उन्होंने रेलवे सुरक्षा के महत्व को दोहराया और जनता को आश्वासन दिया कि रेलवे की सुरक्षा को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का दृढ़ संकल्प और सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ सामना किया जाएगा और ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों पर अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।

आरपीएफ महानिदेशक ने जनता से ऐसी गतिविधियों में शामिल न होने और रेलवे सुरक्षा एवं संरक्षा से समझौता करने वाले किसी भी कृत्य के बारे में सूचित करने की भी अपील की। इस प्रकार की सूचना रेलवे सुरक्षा बल या रेल मदद को टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से दी जा सकती है।

***** एमजी/एआर/एसकेएस/एसके// (रिलीज़ आईडी: 2040910)