Wednesday, October 29, 2025

त्योहारों की भीड़-भाड़ के दौरान सुरक्षित और तेज़ यात्रा!

रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//प्रविष्टि तिथि: 28 OCT 2025 at 9:01PM by PIB Delhi

रेल मंत्रालय बेहतर व्यवस्थाओं के ज़रिए किए विशेष प्रबंध 

                                                    यह  साभार तस्वीर है--आपको कैसी लगी 

नई दिल्ली28 अक्टूबर 2025: (पीआईबी दिल्ली//रेल स्क्रीन)::

दशकों से भारतीय जनमानस में त्योहारों के सीज़न में रेल यात्रा त्योहारों जुड़ा हुआ है। गर्मी की छुट्टियां हों या बड़े दिनों में सर्दी वाली छुट्टियां। त्योहारों पर यात्रा का उत्साह बढ़ ही जाता है। तीर्थ यात्रा और रिश्तेदारों से मेल मिलाप की भावनाएं भी इस चाहत के साथ जुड़ जाती हैं। बहुत सी कहानियां इस पर मिलती हैं। त्योहारों की भीड़-भाड़ के दौरान यात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्थाओं के ज़रिए भारतीय रेलवे सुरक्षित और समय पर हर मार्ग पर हर यात्रा को सुनिश्चित कर रहा है। दीपावली निकल गई। दहशरा पहले ही निकल गया। नवरात्र और करबाचौथ का उत्साह भी बना रहा। 

अब छठ पूजा के बाद यात्रियों की आरामदायक वापसी यात्रा के लिए 12 लाख रेलवे कर्मचारी चौबीसों घंटे मुस्तैद रखा गया। त्योहारों के दौरान लोगों की सुगम यात्रा के लिए भारतीय रेलवे 12,000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चला रहा है। 

यात्रियों ने त्योहारों के दौरान सुगम यात्रा की सराहना भी की है। भविष्य के लिए भी अब बहुत सी आशाएं  जगी हैं। लोग खुश भी हैं। अब कन्फर्म टिकटों की उपलब्धता और भारतीय रेलवे द्वारा की गई अच्छी व्यवस्था शामिल है।  रेलवे में साफ़ सफाई ,  स्वच्छ व सस्ता भोजन भी सुनिश्चित बनाई गई है। 

यात्रियों की भारी भीड़ के बावजूद, भारतीय रेलवे ने यह सुनिश्चित करके अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई है कि हर कोई अपने प्रियजनों के साथ त्योहार मनाने के लिए सुरक्षित और समय पर घर पहुँचे। त्योहारों के दौरान रेलवे के बेहतरीन इंतजामों पर यात्री खुशी जता रहे हैं। छठ पूजा के बाद यात्रियों की सुरक्षित, आरामदायक और समय पर वापसी यात्रा के लिए 12 लाख से ज़्यादा रेलवे कर्मचारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।

दिवाली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच 12,000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चला रहा है। ये विशेष सेवाएँ देश भर के लोगों के लिए सुरक्षित, सुगम और आरामदायक यात्रा के लिए बनाई गई हैं। अब तक 1.6 करोड़ से ज़्यादा यात्री इन ट्रेनों से यात्रा कर चुके हैं और छठ पर्व के बाद इतनी ही संख्या में यात्रियों के वापसी यात्रा करने की उम्मीद है, क्योंकि भारतीय रेलवे त्योहारों के दौरान आने वाली भीड़ को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने के लिए अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान करना जारी रखे हुए है।

भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए, प्रमुख स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं से युक्त होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। नई दिल्ली स्टेशन पर एक नया स्थायी होल्डिंग एरिया 7,000 से ज़्यादा यात्रियों के लिए उपयुक्त है और इसमें पुरुषों और महिलाओं के लिए 150-150 शौचालय, टिकट काउंटर, स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें और आरओ के पानी की मुफ्त सुविधा है। भारतीय रेलवे ने त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा और व्यवस्थित प्रवेश के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश के 30 स्टेशनों पर समर्पित होल्डिंग एरिया भी स्थापित किए हैं। सुचारू संचालन के लिए सीसीटीवी निगरानी, ​​हैंडहेल्ड स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें (एटीवीएम) और बेहतर यात्री आवागमन पैटर्न का इस्तेमाल किया जा रहा है।

यात्रियों की सुचारू आवाजाही और बेहतर समन्वय के लिए भारतीय रेलवे ने मंडल, ज़ोन और रेलवे बोर्ड स्तर पर वॉर रूम स्थापित किए हैं। रेलवे बोर्ड को सभी स्थानों से लाइव फ़ीड मिलती है, जबकि प्रमुख स्टेशनों पर मिनी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। यह रीयल-टाइम निगरानी प्रणाली देश भर में परिचालनों के समन्वय, स्टेशनों की स्थिति पर नज़र रखने और अतिरिक्त ट्रेनों व अन्य ज़रुरतों का आकलन करने में मदद करती है।

त्योहारों के दौरान भारतीय रेलवे की व्यवस्थाओं पर यात्रियों ने खुशी जताई

त्योहारों के मौसम में यात्रा करने वाले यात्री अपने अनुभव साझा कर रहे हैं और भारतीय रेलवे द्वारा प्रदान की गई कन्फर्म टिकटों, व्यवस्थाओं और समग्र यात्रा अनुभव पर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे हैं। त्योहारों की भारी भीड़ को संभालने के लिए, देश भर के रेलवे कर्मचारी सक्रिय रूप से यात्रियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं, स्टेशनों पर व्यवस्था बनाए रख रहे हैं और यात्रियों का सरलता से चढ़ना और उतरना सुनिश्चित कर रहे हैं। निरंतर निगरानी, ​​कुशल भीड़ प्रबंधन और समय पर समन्वय से, प्रत्येक यात्री को सुरक्षित, आरामदायक और समय पर अपने गंतव्य तक पहुँचने में मदद मिल रही है।

नई दिल्ली से छपरा जा रहे एक यात्री ने अपनी बहन के साथ छठ मनाने के लिए कन्फर्म टिकट मिलने पर खुशी जताई और इस व्यवस्था के लिए भारतीय रेलवे का आभार व्यक्त किया। भागलपुर में, एक यात्री ने छठ गीतों से बने उत्सवी माहौल की सराहना की, जबकि पुणे में एक अन्य यात्री ने पानी, पंखे और उचित बैठने की व्यवस्था वाले सुव्यवस्थित होल्डिंग एरिया की प्रशंसा की।

भागलपुर के यात्रियों ने छठ पूजा के दौरान भारतीय रेलवे द्वारा की गई बेहतर व्यवस्थाओं की सराहना की। एक यात्री ने बताया कि व्यवस्थाएँ बेहतरीन थीं और स्टेशन पर छठ गीतों की आवाज़ से उत्सव जैसा माहौल बन गया था। 

यात्रियों की देखभाल के प्रति भारतीय रेलवे के समर्पण के मद्देनज़र हावड़ा रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों ने एक दिव्यांग यात्री को सहायता प्रदान की, जिसने उनके सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।

छठ मनाने के लिए नई दिल्ली से बिहार जा रहे एक यात्री ने कहा कि व्यवस्थाएं उत्कृष्ट थीं, साफ-सफाई सराहनीय थी और कन्फर्म सीट आरामदायक थी।

बांद्रा टर्मिनस से बरौनी तक यात्रा करने वाले एक मुसाफिर ने कहा कि कन्फर्म सीट मिलने से लेकर स्टेशन के गेट में प्रवेश करने तक, सब कुछ अच्छी तरह से व्यवस्थित था और उन्होंने आरपीएफ के प्रयासों की भी सराहना की।

 हावड़ा से मुजफ्फरपुर जा रहे एक यात्री ने बताया कि व्यवस्थाएँ बेहतरीन थीं और ट्रेन में चढ़ने का अनुभव भी बहुत अच्छा रहा। सामान्य डिब्बे में यात्रा करते हुए, उन्होंने बताया कि उन्हें आसानी से सीट भी मिल गई।

 एक यात्री ने कुशल रेलवे प्रणाली, सुचारू ऑनलाइन टिकटिंग, व्यवस्थित कतारों और त्योहारों के दौरान सुरक्षा और उचित सीट आवंटन करने में आरपीएफ की सतर्कता की प्रशंसा की।

भारतीय रेलवे त्योहारों के मौसम में सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हर यात्री के लिए सुचारू संचालन और सुखद यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 12 लाख से ज़्यादा समर्पित कर्मचारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। अतिरिक्त ट्रेनें चलाने से लेकर स्वच्छता, सुरक्षा और समय की पाबंदी बनाए रखने तक, एक कुशल और विश्वसनीय यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जाती है।

****पीके/केसी/एनएस -(रिलीज़ आईडी: 2183599)

Tuesday, October 21, 2025

रेलवे में महिलाओं के लिए पूरी सुरक्षा कब तकसुनिश्चित होगी?

सोशल मीडिया ओर समस्या या शिकायत गंभीर संकेत है 

रेल में बिना किसी रुकावट के सुरक्षित सफर सभी के लिए कब सुनिश्चित होगा?  यह सवाल कई बरसों से लगातार बना हुआ है। फिलहाल आम जनता के साथ साथ तो महिलाओं की शिकायतें भी अक्सर आती रहती हैं जिनके लिए सर्कार ने कई बार कदम उठाने का दावा भी किया है। रेलवे के पास सुरक्षा बल भी हैं और शिकायतें प्राप्त करने और उन्हें दूर करने का आवश्यक ताम झाम भी। इसके बावजूद समस्या हल क्यूँ नहीं होती। सोशल मीडिया में सामने आई यह तस्वीर तो बस उस असुविधा की एक छोटी सी मिसाल भर ही है। बारीकी से नज़र रखी जाए तो बहुत से और मामले भी निकल आएंगे। 

बच्चे को गोद  में लिए चेन्नई रेलवे स्टेशन
पर एक महिला-संकेतक Pexels तस्वीर
जिसे क्लिक किया Anish Aloysious ने 

इस संबंध में बहुत सी शिकायतें अक्सर दिख ही जाती हैं। भारतीय रेल में महिलाओं को सुरक्षा, शौचालय और सीटों को लेकर कई दिक्कतें और परेशानियाँ होती हैं। असुरक्षा और छेड़छाड़ का डर, शौचालय की सुविधा की कमी, लंबी यात्राओं के दौरान असुविधा, और आरएसी (RAC) टिकट पर पुरुषों के साथ सीट आवंटन जैसी समस्याएं आम हैं। हालांकि, रेलवे इन दिक्कतों को दूर करने के लिए सुरक्षा उपाय जैसे "मेरी सहेली" अभियान और हेल्पलाइन नंबर 182, और सीटों के लिए प्राथमिकता जैसे उपाय कर रहा है। मीडिया में भी इस तरह की ख़बरें आती रहती हैं फिर भी इन्हें नज़र अंदाज़ करने वाले लोग कौन हैं? क्यूँ उनकी खबर नहीं ली जाती?

मुख्य दिक्कतें और परेशानियाँ कई तरह की हैं जिनमें सुरक्षा संबंधी चिंताएँ लगातार कायम हैं। 

अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए असुरक्षा और उत्पीड़न का खतरा अक्सर अधिक रहता है। इस तरह की नज़र और नीयत रखने वालों को कानून से भी कोई डर क्यूं नहीं लगता? क्या कोई सिफारिश आड़े आ जाती है या फिर सबूत नहीं मिल पाते?

आरएसी टिकट पर महिला यात्रियों को अजनबी पुरुषों के साथ सीट आवंटित कर दी जाती है, जो एक बड़ी तकनीकी समस्या है। इस तरफ कौन और कब ध्यान देगा? वैसे तो महिला डिब्बे भी अलग होने चाहिए और संभव हो तो पूरी ट्रेन भी। आरएसी का मतलब "Reservation Against Cancellation" (रद्दीकरण के विरुद्ध आरक्षण) है। इसका मतलब है कि आपको ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति है, लेकिन आपकी सीट कन्फर्म नहीं होती और आपको इसे किसी अन्य आरएसी यात्री के साथ साझा करना पड़ता है। आप ट्रेन में एक सीट पर बैठने के लिए अधिकृत होते हैं, और यदि कोई कन्फर्म यात्री अपनी टिकट रद्द करता है, तो आपको खाली बर्थ मिल सकती है। 

इसी तरह सीटों से संबंधित समस्याएँ भी कम नहीं हैं। महिलाओं को अक्सर ऊपर की बर्थ मिलती है, जिसे चढ़ने-उतरने में परेशानी होती है, खासकर बुजुर्गों या गर्भवती महिलाओं को। हालांकि यह सब कम्प्यूटरीकृत सिस्टम में भी शामिल हो सकता है। इस सहमति को हर महिले यात्री की मर्ज़ी पर भी छोड़ा जा सकता है। 

समस्या और भी है कि आरएसी/वेटिंग टिकट कन्फर्म होने पर महिला कोच का विकल्प अक्सर उपलब्ध नहीं होता। ऐसे में कुछ वैकल्पिक प्रबंधों पर भी विचार होना चाहिए।  

साथ ही बुनियादी सुविधाओं की कमी भी अक्सर खलती है। स्टेशनों पर शौचालय की कमी या दूरी एक आम समस्या है, जिससे महिलाओं को असुविधा होती है। बरसों से चल रही है विकास की कोशिशें अब तक तो यह समस्या पूरी तरह से खत्म हो जानी चाहिए थी। समस्याएं और मुद्दे और भी हैं लेकिन उनकी चर्चा करेंगे किसी अलग पोस्ट में बहुत जल्दी। फिलहाल इस पोस्ट पर आपके विचारों की इंतज़ार रहेगी ही। 

Wednesday, October 1, 2025

भारतीय रेल: 2 अक्टूबर से शुरु हो रहा विशेष अभियान

प्रविष्टि तिथि: 01 OCT 2025 at 7:09 PM by PIB Delhi

विशेष अभियान 5.0 की सफल शुरूआत के लिए भारतीय रेलवे में तैयारियाँ ज़ोरों पर

*विशेष अभियान 5.0 का मकसद कबाड़ निपटान से राजस्व अर्जित करना, ई-कचरा प्रबंधन, स्थान का अधिकतम उपयोग, लंबित मामलों और जन शिकायतों का समय पर निपटान, ई-फाइल समीक्षा और स्वच्छता अभियानों पर ध्यान केंद्रित करना है

*105 अमृत भारत स्टेशनों सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर अमृत संवाद का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अपशिष्ट से धन और जन जागरूकता बढ़ाने के लिए नागरिक-केंद्रित पहलों पर ज़ोर दिया जाएगा

नई दिल्ली: 01अक्टूबर 2025: (PIB Delhi//रेल स्क्रीन)::

रेल मंत्रालय में विशेष अभियान 5.0 के सफल क्रियान्वयन के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह अभियान सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को संस्थागत रूप देने के लिए की गई एक खास पहल है, जिसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2025 से होगी। यह अभियान संपूर्ण भारतीय रेलवे में लागू किया जाएगा।

अभियान की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज रेलवे बोर्ड कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सतीश कुमार ने की। बैठक में सभी महाप्रबंधक/क्षेत्रीय रेलवे, महाप्रबंधक/पीयू, महानिदेशक/आरडीएसओ एवं प्रशिक्षण संस्थान तथा एमडी/सीएमडी/पीएसयू के साथ-साथ रेलवे बोर्ड के संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।


बैठक में
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सभी स्तरों पर सक्रिय भागीदारी की ज़रुरत पर बल दिया। उन्होंने सभी क्षेत्रीय रेलों और अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों के महाप्रबंधकों को अभियान की गतिविधियों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का निर्देश दिया।

विशेष अभियान 5.0 के तहत प्रमुख लक्ष्यों में स्क्रैप निपटान से राजस्व अर्जित करना, ई-कचरा प्रबंधन, स्थान का अधिकतम उपयोग, ई-फाइलों की समीक्षा और उनका निराकरण तथा लंबित संदर्भों और जन शिकायतों का समय पर निपटान सुनिश्चित करना शामिल है। स्वच्छता अभियान चलाने के अलावा, अपशिष्ट से धन अर्जित करने की पहल और प्रभावी ई-फाइल प्रबंधन पर खास ज़ोर दिया जाएगा। जन जागरूकता बढ़ाने के लिए, अमृत संवाद के रूप में नागरिक-केंद्रित पहल सभी प्रमुख स्टेशनों पर आयोजित की जाएँगी, जिनमें 105 अमृत भारत स्टेशन भी शामिल हैं। अभियान के दौरान की गतिविधियों और उपलब्धियों को सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार चैनलों और प्रेस विज्ञप्तियों आदि के ज़रिए प्रदर्शित किया जाएगा।


रेल मंत्रालय विशेष अभियान 5.0 को उचित तरीके से लागू करने और इसे एक बड़ी सफलता बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

***//पीके/केसी/एनएस/डीए//(रिलीज़ आईडी: 2173875)


Monday, September 29, 2025

3 अमृत भारत एक्सप्रेस और 4 पैसेंजर ट्रेन

 रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//PIB//New Trains Details n Hindi//29th September 2025 at 2:32PM//PIB Delhi

 बिहार को सात नई ट्रेनों की सौगात 

संकेतक तस्वीर 
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई; देश भर में अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाओं की कुल संख्या बढ़कर 30 हुई, जिसमें 26 सेवाएं बिहार से शुरू होंगी

बिहार में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए यात्री ट्रेनें, अमृत भारत एक्सप्रेस बिहार को तेलंगाना, राजस्थान और दिल्ली से जोड़ेगी

बिहार का वार्षिक रेल बजट 2014 से पहले ₹1,000 करोड़ से बढ़कर 2025 में ₹10, बिहार का वार्षिक रेल बजट 2014 से पहले 1,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 10,000 करोड़ रुपये हो गया, जबकि लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम  पर  पर काम चलएं चल रही हैं: अश्विनी वैष्णव$$पर काम चल रहा है

नई लाइनें, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण या तीसरी और चौथी लाइनें जोड़ने आदि जैसी 21 प्रमुख रेलवे परियोजनाएं 2014 से बिहार में पूरी तरह से चालू, जिसमें पटना और मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल शामिल

नई दिल्ली: 29 सितंबर 2025: (PIB Delhi//रेल स्क्रीन डेस्क)::

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी के साथ मिलकर बिहार में कुल सात नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जिनमें तीन अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। ये नई ट्रेनें बिहार में कनेक्टिविटी को एक नया आयाम प्रदान करेंगी और यात्रियों को बेहतर यात्रा सेवाएं प्रदान करेंगी। इन नई ट्रेनों के उद्घाटन के साथ, अब देश भर में चलने वाली 30 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाओं में से बिहार में कुल 26 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं चालू हो गई हैं।

मुजफ्फरपुर-चरलापल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से दक्षिण भारत के लिए पहली अमृत भारत ट्रेन है, जबकि छपरा-आनंद विहार अमृत भारत एक्सप्रेस बिहार से दिल्ली के लिए छठी अमृत भारत ट्रेन बन गई है।

ये अत्याधुनिक स्वदेशी ट्रेन यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी। ये ट्रेनें देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर उत्तर और दक्षिण भारत से बिहार की कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी। इनके परिचालन से राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन, व्यापार एवं रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि बिहार में विकास की गति ऐसी है कि निकट भविष्य में यह राज्य एक स्वर्णिम राज्य के रूप में उभरेगा। ये ट्रेनें बिहार में कनेक्टिविटी का एक नया स्तर प्रदान करेंगी, यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाएंगी और राज्य के समग्र विकास को गति देंगी। श्री वैष्‍णव ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री मोदी के पदभार ग्रहण करने के बाद से, उन्होंने राज्यों पर विशेष ध्यान देते हुए रेलवे को प्राथमिकता दी है। उन्‍होंने कहा कि 2014 से पहले बिहार का वार्षिक रेल बजट केवल लगभग 1,000 करोड़ रुपये था, जबकि आज यह लगभग 10,000 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बिहार के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जिसके तहत बिहार में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का रेलवे नेटवर्क पूरी तरह से विद्युतीकृत हो चुका है और 1,899 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई हैं।

भारतीय रेल द्वारा विकसित, अमृत भारत एक्सप्रेस देश की रेल व्यवस्था में आधुनिकीकरण का प्रतीक बन गई है। यह ट्रेन यात्रा का न केवल एक तेज और किफायती विकल्प है, बल्कि इसमें सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, अग्नि सूचक प्रणाली, सीलबंद गैंगवे और टॉक-बैक यूनिट जैसी उन्नत सुविधाएं भी हैं। पहली बार, गैर-वातानुकूलित डिब्बों में यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए ऐसी उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।

यह “विकसित बिहार से विकसित भारत” के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अमृत ​​भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संक्षिप्त विवरण:

दरभंगा-अजमेर (मदार) अमृत भारत एक्सप्रेस

मुजफ्फरपुर-हैदराबाद (चरलापल्ली) अमृत भारत एक्सप्रेस

छपरा-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) अमृत भारत एक्सप्रेस

रेल सेवाओं में आम जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने चार यात्री ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई।

यात्री ट्रेनों का संक्षिप्त विवरण:

पटना-बक्सर पैसेंजर

झाझा – दानापुर पैसेंजर

नवादा-पटना पैसेंजर

पटना-इस्लामपुर पैसेंजर

राज्य में पूरी हो चुकी कुछ प्रमुख रेलवे परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री वैष्‍णव ने कहा कि 28 किलोमीटर लंबा पटना रेल-सह-सड़क पुल, 15 किलोमीटर लंबा मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल और लंबे समय से प्रतीक्षित कोसी पुल का निर्माण पूरा हो चुका है।

2014 से पूर्णतः चालू महत्वपूर्ण परियोजनाएं

पटना रेल-सह-सड़क पुल

मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल

कोसी पुल

दनियावां-बिहारशरीफ नई लाइन

चांदन-बांका नई लाइन

रामपुरहाट-मंदारहिल नई लाइन

महाराजगंज-मसरख नई लाइन

राजगीर-तिलैया और नटेसर-इस्लामपुर नई लाइन

मानसी-सहरसा-पूर्णिया आमान परिवर्तन

जयनगर-नरकटियागंज आमान परिवर्तन

कप्तानगंज-छपरा आमान परिवर्तन

सकरी-निर्मली एवं सहरसा-फारबिसगंज आमान परिवर्तन

मानसी-सहरसा-सहरसा-पूर्णिया एवं बनमनखी-बिहारीगंज आमान परिवर्तन

साहिबगंज-पीरपैंती दोहरीकरण

महेशखुट-थानाबिहपुर दोहरीकरण

हाजीपुर-रामदयालु नगर दोहरीकरण

पीरपैंती-भागलपुर दोहरीकरण

बख्तियारपुर-बाढ़ दोहरीकरण

किउल-गया दोहरीकरण

हाजीपुर-बछवाड़ा दोहरीकरण

दरभंगा बाईपास

इसके अतिरिक्त, अररिया-गलगलिया (ठाकुरगंज) नई लाइन का काम पूरा हो चुका है और इसका शीघ्र ही उद्घाटन किया जाएगा।

क्रियान्वयन के अंतर्गत मुख्य परियोजनाएं

नई लाइनें: सकरी-हसनपुर, खगड़िया-कुशेश्वरस्थान, कुरसेला-बिहारीगंज, तिलैया-कोडरमा, हाजीपुर-सुगौली, सीतामढी-शिवहर, छपरा-मुजफ्फरपुर, अररिया-सुपौल, विक्रमशिला-कटरिया (गंगा पुल सहित), झाझा-बटिया, पीरपैंती-जसीडीह, छितौतिनी-तुमकुई रोड, जलालगरनी-किशनगंज, जोगबनी-विराटनगर, औरंगाबाद टर्मिनल-अनुग्रह नारायण रोड, जयनगर-बिजलपुरा, धनबाद-सोननगर, आदि।

तीसरी/चौथी लाइन दोहरीकरण कार्य: समस्तीपुर-दरभंगा, सुगौली-वाल्मीकिनगर, मुजफ्फरपुर-सुगौली, नरकटियागंज-दरभंगा-सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर, छपरा-बलिया, कटिहार-कुमेदपुर, बरौनी-बछवारा (तीसरी और चौथी लाइन), सोननगर-अंडाल (तीसरी और चौथी लाइन), पुनारख-बक्तियारपुर (तीसरी और चौथी लाइन) इत्‍यादि।

केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि कई अन्य परियोजनाओं पर काम चल रहा है और अतिरिक्त परियोजनाओं की योजना बनाई जा रही है। वर्तमान में, बिहार में 13 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें यानी 26 सेवाएं चल रही हैं, जो 25 जिलों के 42 स्टॉप को कवर करती हैं। इसके अलावा, वंदे भारत सेवा की 10 जोड़ी ट्रेनें (20 सेवाएं) 28 जिलों को कवर करती हैं। राज्य में नमो भारत रैपिड रेल सेवाएं भी चल रही हैं।

बिहार से चलने वाली ये नई ट्रेनें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाएंगी और आर्थिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी। इन ट्रेनों का उद्देश्य न केवल बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित, तेज और आरामदायक यात्रा भी प्रदान करना है।

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पीके/केसी/एसकेएस/जीआरएस//(रिलीज़ आईडी: 2172722)

Friday, August 22, 2025

दिवाली और छठ के लिए 12,000 से अधिक विशेष रेलगाड़ियां

 Posted on: 21st August 2025 at 2:09 PM by PIB Delhi Regarding New Trains 

वापसी यात्रा की टिकटों पर 20 प्रतिशत की छूट: श्री अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली: 21 अगस्त 2025 (PIB दिल्ली//रेल स्क्रीन डेस्क)::

यह तस्वीर Meta AI ने बनाई 

दिवाली और छठ के लिए 12,000 से अधिक विशेष रेलगाड़ियां,
13 से 26 अक्टूबर के बीच आगे की यात्रा और 17 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच वापसी यात्रा की टिकटों पर 20 प्रतिशत की छूट: श्री अश्विनी वैष्णव

बिहार को दिल्ली, अमृतसर और हैदराबाद से जोड़ने वाली चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियां चलेंगी: श्री अश्विनी वैष्णव

पूर्णिया और पटना के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी, वैशाली, हाजीपुर, सोनपुर, पटना, राजगीर, गया और कोडरमा को जोड़ने वाली बौद्ध सर्किट ट्रेन चलाई जाएगी: श्री अश्विनी वैष्णव

बिहार के लिए बड़ा रेल विस्तार, बक्सर-लखीसराय चार-लाइन कॉरिडोर बनेगा, पटना रिंग रेलवे, सुल्तानगंज-देवघर रेल लिंक, और पटना-अयोध्या ट्रेन चलाई जाएगी

दिवाली और छठ त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।

रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने रेल भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, सांसद डॉ. संजय जायसवाल, केंद्रीय मंत्री श्री ललन सिंह और सांसद श्री संजय कुमार झा के साथ विचार-विमर्श के बाद आगामी दिवाली और छठ पर्व के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यात्रियों को उनकी वापसी यात्रा के दौरान भी सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।

वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श के बाद, यह निर्णय लिया गया कि दिवाली और छठ के लिए 12,000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि यात्रियों को वापसी यात्रा में कोई परेशानी न हो।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि 13 से 26 अक्टूबर के बीच आगे की यात्रा और 17 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच वापसी यात्रा करने वाले यात्रियों को वापसी टिकटों पर 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह पहल इसी त्योहारी सीज़न में लागू की जाएगी और इससे बड़ी संख्या में लोगों को लाभ होगा।

इसके अतिरिक्त, गया से दिल्ली, सहरसा से अमृतसर, छपरा से दिल्ली और मुजफ्फरपुर से हैदराबाद के लिए चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की जाएंगी। मंत्री ने घोषणा की कि भगवान बुद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों और विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए एक नई सर्किट ट्रेन भी शुरू की जाएगी, जो वैशाली, हाजीपुर, सोनपुर, पटना, राजगीर, गया और कोडरमा तक जाएगी।

बक्सर-लखीसराय रेल खंड को चार-लाइन कॉरिडोर में विस्तारित किया जाएगा, जिससे अधिक रेलगाड़ियाँ चल सकेंगी। पटना के चारों ओर एक रिंग रेलवे प्रणाली विकसित की जाएगी। सुल्तानगंज और देवघर को रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा। पटना और अयोध्या के बीच भी एक नई रेल सेवा शुरू की जाएगी। श्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि लौकहा बाज़ार में एक वाशिंग पिट सुविधा स्थापित की जाएगी और बिहार में कई नए स्वीकृत रोड ओवरब्रिजों पर काम किया जाएगा।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह, सांसद डॉ. संजय जायसवाल और सांसद संजय कुमार झा ने बिहार के लिए और अधिक परियोजनाओं को मंजूरी देने और अमृत भारत और वंदे भारत सहित कई नई ट्रेनों की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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Thursday, August 21, 2025

भारतीय रेल:रिकॉर्ड गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स का संचालन होगा

 रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//प्रविष्टि तिथि: 21 AUG 2025 at 8:43 PM by PIB Delhi

गणपति स्पेशल ट्रेन सेवा 11 अगस्त से शुरू है, त्योहार नज़दीक आने पर और ट्रिप्स जोड़े गए

तस्वीर - Meta AI से 
नई दिल्ली: 21 अगस्त 2025: (पीआईबी दिल्ली/ / रेल स्क्रीन डेस्क)::

भारतीय रेलवे ने 2025 के लिए 380 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स (फेरों) की घोषणा की है, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है। इस कदम का उद्देश्य त्योहार के मौसम में श्रद्धालुओं और यात्रियों को आरामदायक और सुगम यात्रा उपलब्ध कराना है। वर्ष 2023 में कुल 305 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स का संचालन किया था जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 358 हो गई।

महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में भारी त्योहारी यात्रा मांग को देखते हुए मध्य रेलवे सबसे अधिक 296 सेवाएं संचालित करेगा। पश्चिम रेलवे 56, कोंकण रेलवे (केआरसीएल) 6, और दक्षिण पश्चिम रेलवे 22 गणपति स्पेशल फेरों का संचालन करेगा।

कोंकण रेलवे पर चलने वाली गणपति स्पेशल ट्रेनों के पड़ाव कोलाड, इंदापुर, मानगांव, गोरेगांव रोड, वीर, सापे वार्मने, करंजडी, विन्हेरे, दीवानखावटी, कलांबनी बुद्रुक, खेड़, अंजनी, चिपलुन, कामथे, सावरदा, अरावली रोड, संगमेश्वर रोड, रत्नागिरी, अदावली, विलावडे, राजापुर रोड, वैभववाड़ी रोड, नंदगांव रोड, कंकावली, सिंधुदुर्ग, कुदाल, जराप, सावंतवाड़ी रोड, मदुरे, थिविम, करमाली, मडगांव जंक्शन, कारवार, गोकामा रोड, कुमता, मुर्देश्वर, मूकाम्बिका रोड, कुंडापुरा, उडुपी, मुल्की और सुरथकल में बनाए गए हैं।

गणपति पूजा 27 अगस्त से 6 सितंबर 2025 तक मनाई जाएगी। त्योहारी भीड़ को पूरा करने के लिए, गणपति स्पेशल ट्रेनें 11 अगस्त 2025 से चल रही हैं, और जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है, सेवाओं को लगातार बढ़ाया जा रहा है।

स्पेशल ट्रेनों का विस्तृत कार्यक्रम आईआरसीटीसी की वेबसाइट, रेलवन ऐप और कंप्यूटरीकृत पीआरएस पर उपलब्ध है।

भारतीय रेलवे ने कहा है कि वह यात्रियों को सुरक्षित, विश्वसनीय और सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, खासकर त्योहारों के दौरान जब मांग अत्यधिक बढ़ जाती है।

****//पीके/केसी/केजे//(रिलीज़ आईडी: 2159615)

Sunday, July 6, 2025

रेल यात्रियों के लिए मूल किराया तर्कसंगत बनाया गया

 30-June, 2025 18:01 IST

रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से उठाया विशेष कदम 

नई दिल्ली:  6 जुलाई 2025: (पीआईबी / /इनपुट-ChatGPT//मीडिया लिंक रविंदर//रेल स्क्रीन) ::

रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से मूल किराया तर्कसंगत बनाया है जिसका विवरण यहाँ प्रस्तुत है। 

Meta AI image 
रेलवे ने आम जनता के साथ पिछले कई दशकों के दौरान अपना राब्ता बेहद मज़बूत बनाया है। पीछे तो अमीर लोग भी नहीं रहे लेकिन गरीब और मध्यवर्गीय लोगों के लिए रेलवे आम तौर पर पहली पसंद रहा है। इसकी एक वजह तो है कि अन्य सही साधनों के मुकाबिले रेल का किराया कम महसूस होता रहा। दूसरा रेल में ज़्यादा सुरक्षा भी महसूस हुई। इसी के चलते रेल की भीड़ कभी कम नहीं हुई।  अब रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से रेल यात्रियों के लिए मूल किराया तर्कसंगत बनाया है। 

इस नए प्रावधान  के अंतर्गत रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से रेल यात्रियों के लिए जो मूल किराया तर्कसंगत बनाया है उसके अंतर्गर कुछ तब्दीलियां भी सामने आई हैं। 

रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई 2025 से सभी श्रेणियों की ट्रेनों में मूल किराये की संरचना को तर्कसंगत बनाते हुए सरल और पारदर्शी कर दिया है। इससे टिकट बुकिंग प्रक्रिया अधिक स्पष्ट होगी और यात्रियों को अनावश्यक अतिरिक्त शुल्कों या जटिल शुल्क संरचनाओं से राहत मिलेगी।

इस नए प्रावधान के चलते साधारण श्रेणी में 500 किलोमीटर तक कोई वृद्धि नहीं; 501 से 1500 किलोमीटर की दूरी के लिए 5 रुपये और 2500 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 10 रुपये तथा 2501 से 3000 किलोमीटर की दूरी के लिए 15 रुपये की वृद्धि

किराया संरचनाओं को सुव्यवस्थित करने और यात्री सेवाओं की वित्तीय स्थिरता बढ़ाने के उद्देश्य से, रेल मंत्रालय ने 01 जुलाई 2025 से यात्री ट्रेन सेवाओं के मूल किराए को युक्तिसंगत बना दिया है। संशोधित किराए भारतीय रेलवे सम्मेलन संघ (आईआरसीए) द्वारा जारी अद्यतन यात्री किराया तालिका पर आधारित हैं।

किराया युक्तिकरण की मुख्य विशेषताएं (1 जुलाई 2025 से प्रभावी):

उपनगरीय एकल यात्रा किराये और सीज़न टिकटों (उपनगरीय और गैर-उपनगरीय दोनों मार्गों के लिए) में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।

साधारण गैर-एसी श्रेणियों (गैर-उपनगरीय रेलगाड़ियों) के लिए:

द्वितीय श्रेणी: प्रति किलोमीटर आधा पैसा बढ़ाया जाएगा, यह निर्भर करेगा

500 किलोमीटर तक कोई बढ़ोतरी नहीं

501 से 1500 किलोमीटर की दूरी के लिए 5 रुपये की बढ़ोतरी

1501 से 2500 किलोमीटर की दूरी के लिए 10 रुपये की बढ़ोतरी

2501 से 3000 किलोमीटर की दूरी के लिए 15 रुपये की बढ़ोतरी

स्लीपर क्लास: 0.5 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी

प्रथम श्रेणी: 0.5 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए (गैर-एसी):

द्वितीय श्रेणी: 01 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

स्लीपर श्रेणी: 01 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

प्रथम श्रेणी: 01 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

एसी श्रेणी के लिए (मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें):

एसी चेयर कार, एसी 3-टियर/3-इकोनॉमी, एसी 2-टियर, और एसी फर्स्ट/एग्जीक्यूटिव क्लास/एग्जीक्यूटिव अनुभूति: 02 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी

संशोधित श्रेणी-वार किराया संरचना के अनुसार किराया संशोधन प्रमुख और विशेष ट्रेन सेवाओं जैसे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, एसी विस्टाडोम कोच, अनुभूति कोच और सामान्य गैर-उपनगरीय सेवाओं पर भी लागू होता है।

सहायक शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं:

आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट अधिभार और अन्य शुल्क अपरिवर्तित रहेंगे।

जीएसटी नियमों के अनुसार लागू रहेगा।

किराया राउंडिंग सिद्धांत मौजूदा मानदंडों के अनुसार बने रहेंगे।

कार्यान्वयन

संशोधित किराया 01.07.2025 को या उसके बाद बुक किए गए टिकटों पर लागू होगा। इस तिथि से पहले जारी किए गए टिकट किराये में बिना किसी सुधार के मौजूदा किराए पर वैध रहेंगे। पीआरएस, यूटीएस और मैनुअल टिकटिंग सिस्टम को तदनुसार अपडेट किया जा रहा है।

रेल मंत्रालय ने संशोधित किराया संरचना का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए सभी जोनल रेलवे को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। जोनल रेलवे को सभी स्टेशनों पर किराया डिस्प्ले अपडेट करने का भी निर्देश दिया गया है।

संशोधित यात्री किराया तालिका देखने के लिए यहां क्लिक करें

*******//एमजी/केसी/केपी/एसएस//(Release ID :145486)