Sunday, October 6, 2024

मध्यप्रदेश में जौरा-अलापुर से कैलारस तक मेमू सेवा का विस्तार

रेल मंत्रालय//Azadi ka Amrit Mahotsavg20-India-2023//प्रविष्टि तिथि: 06 OCT 2024 5:42PM by PIB Delhi

वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूप-श्री अश्विनी वैष्णव

मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए 14700 रुपए करोड़ आवंटित किए गए


नई दिल्ली
: 06 अक्टूबर 2024: (पी आई बी दिल्ली//रेल स्क्रीन डेस्क)::

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव,ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर और कैलारस स्टेशन के मध्य आमान परिवर्तन के उपरांत नवनिर्मित रेलखंड का लोकार्पण एवं आमान परिवर्तित रेल खंड पर तीन नई गाड़ियों की विस्तारित सेवा का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस उद्घाटन समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर रेलवे स्टेशन पर किया गया। इस समारोह में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा मुरैना के सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर मौजूद थे।

समारोह स्थल पर उपस्थित जन समुदाय को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी श्री वैष्णव ने कहा कि रेलवे गरीबों की सवारी है और मिडिल क्लास की सवारी है। आम जन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए 12,500 जनरल एवं स्लीपर कोच के निर्माण का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि वंदे  भारत एक्सप्रेस, नमो भारत रैपिड रेल और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के माध्यम से भारतीय रेल को नया स्वरूप देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2004 से 14 वाली अवधि में मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए औसतन 632 करोड रुपए का प्रावधान किया जाता था लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस साल के बजट में 14,700 करोड रुपए का प्रावधान मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए किया गया है।

केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल को आम आदमी के लिए सुविधायक्त और आरामदायक बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में रेल प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। उत्तर मध्य रेलवे भी इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र रेलवे की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। यह देश के चारों महानगरों सहित देश के सभी हिस्सों में ट्रेन सेवाओं के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हम इस जुड़ाव को और पुख्ता कार्य करने के लिए प्रयासरत हैं। हमारे इन प्रयासों को केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया जी,  विधान सभा अध्यक्ष मध्य प्रदेश श्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी, माननीय सांसद मुरैना  श्री शिवमंगल सिंह तोमर जी का सहयोग सदैव से ही मिलता रहता है।उन्होने कहा कि भारत के रेल मानचित्र में मध्य प्रदेश राज्य की केंद्रीय भूमिका है।  राज्य ने अपने रेल बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति देखी है, जो इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश की राष्ट्रीय प्रवृत्ति को दर्शाता है। मध्य प्रदेश राज्य में पिछले 10 वर्षों में 222 किलोमीटर की नई रेल लाइन परियोजनाएं, 1200 किलोमीटर की मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं और 707 किलोमीटर की गेज परिवर्तन परियोजनाएं पूर्ण हुई हैं। मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करने के साथ ही आपदा प्रबंधन और परियोजना निगरानी के लिए ड्रोन और जीपीएस ट्रैकर्स का इस्तेमाल कर सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। यह काम भारत में पहली बार किया गया है। यात्री सेवाएं देने के साथ ही ग्वालियर और खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास भी किया जा रहा है।

कार्यक्रम में केन्द्रीय रेल मंत्री ने बताया कि ग्वालियर-श्योपुरकला (188 kms) आमान परिवर्तन प्रोजेक्ट, रु.2355/- करोड़ की लागत से तैयार होने जा रहा है, जिसमें अब तक कुल 61 किलोमीटर ट्रैक का कार्य संपन्न हो चुका है, शेष कार्य तीव्र गति से जारी है, जिसको जल्द से जल्द पूर्ण कर क्षेत्र की जनता को यह उच्चीकृत सेवा उपलब्ध होगी I इस नए 13 किलोमीटर के खंड का निर्माण रु 163 करोड़ से हुआ है।  इस परियोजना के तहत पूरे श्योपुरकलाँ तहत आमान परिवर्तन का कार्य अगले वर्ष जुलाई 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

इसके साथ रेल मंत्री ने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि इस परियोजना के शुरुआत से मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का सामाजिक-आर्थिक विकास, क्षेत्र में औद्योगिक विकास और रोजगार के अवसरों के लिए बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने मे सहायता होगी साथ ही  माल के परिवहन की लागत कम होगी और रेलगाड़ियों की संख्या में वृद्धि और माल के परिवहन में आसानी से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस लाइन को जल्द ही कोटा तक विस्तारित किया जायेगा।

केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज जौरा को एक ऐसा सौगात मिल रही है, जिसका सपना इस क्षेत्र के लोग लंबे समय से देख रहे थे। रेलवे में क्रांति लाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने किया है। भारतीय रेलवे पूर्वोत्तर में भी लगातार विकास कर रही है। पूर्वोत्तर के 6 राज्यों में रेलवे लाइन बिछाई जा चुकी है। आज इस आमान परिवर्तन से मध्य प्रदेश के विकास एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। अब हम इस रेल लाइन के कोटा तक विस्तारित होने का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि इस आमान परिवर्तन के लिए क्षेत्र के लोगों ने लंबा संघर्ष किया है। आज इस रेल सेवा के विस्तार से जौरा अलापुर और कैलारस विकास की मुख्यधारा से जुड़ जायेंगे। माननीय सांसद मुरैना श्री शिवमंगल सिंह तोमर ने रेल मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस मेमू ट्रेन के शुरू होने से क्षेत्र की जनता बेहद खुश है। हम उम्मीद करते हैं कि यह विकास यात्रा निरंतर चलती रहेगी।

मंच पर अतिथियों का स्वागत उत्तर मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री जे.एस. लाकरा और मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि इस रेल सेवा के संचालन से क्षेत्र की जनता ग्वालियर- शेयोपुर होते हुए भविष्य में कोटा से जुड़ सकेगी। यह आमान परिवर्तन  एक सजीव उदाहरण है की झाँसी मंडल “ग्राहक सेवा मुस्कान के साथ”, की भावना को चरितार्थ करने हेतु सदैव प्रयासरत है। इस अवसर पर सबलगढ़ की विधायक श्रीमती सरला बिजेंद्र रावत,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों के साथ झांसी मंडल  वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा  सहित मंडल के विभिन्न अधिकारी गण तथा सम्मानित नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

*****//धर्मेंद्र तिवारी/शत्रुंजय कुमार//(रिलीज़ आईडी: 2062646) 

Thursday, October 3, 2024

फर्स्ट एसी कार गर्म पानी के साथ शॉवर प्रदान करती है-वंदे भारत

Ministry of Railways//Posted On: 03 OCT 2024 6:10 PM//PIB Delhi

फर्स्ट एसी कार गर्म पानी के साथ शॉवर प्रदान करती है-वंदे भारत

सुखद रेल यात्रा: वंदे भारत एक्सप्रेस की कहानी

नई दिल्ली: 03 अक्टूबर 2024: (पी आई बी//रेल स्क्रीन डेस्क):

भारत सरकार ने 'मेक इन इंडिया' अभियान को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। 'मेक इन इंडिया' की सफलता की कहानी के एक उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में, भारतीय रेलवे ने भारत की पहली स्वदेशी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन, वंदे भारत एक्सप्रेस लॉन्च की थी। यह आधुनिक, कुशल और आरामदायक रेल यात्रा के लिए भारत की आकांक्षाओं का प्रतीक बन गया है।

15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई थी। भारतीय रेलवे में कुल 102 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं (51 ट्रेनें) चल रही हैं, जो ब्रॉड गेज (बी.जी.) विद्युतीकृत नेटवर्क वाले राज्यों को जोड़ती हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा करने के लिए लगभग 31.84 लाख बुक किए गए थे। इस अवधि के दौरान वंदे भारत ट्रेनों की कुल ऑक्यूपेंसी 96.62% रही है। .


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अगस्त, 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जो उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों में कनेक्टिविटी बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने वाली ये अत्याधुनिक ट्रेनें तीन प्रमुख मार्गों (मेरठ सिटी-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल) पर परिवहन लिंक में सुधार करेंगी।

वंदे भारत ट्रेनें इन क्षेत्रों के निवासियों को स्पीड के साथ -साथ आराम  सुनिश्चित करके एक विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करेंगी। ये ट्रेनें शीर्ष स्तरीय सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा सुविधाओं जैसे कवच तकनीक, 360-डिग्री घूमने वाली सीटें, दिव्यांगजनों के लिए सुलभ शौचालय और एकीकृत ब्रेल साइनेज आदि से सुसज्जित हैं।

मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस

मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस मेरठ को लखनऊ से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत सेवा है। इस ट्रेन से मेरठ में दिगंबर जैन मंदिर, मनसा देवी मंदिर, सूरजकुंड मंदिर, औघड़नाथ मंदिर और हनुमान चौक मंदिर सहित लखनऊ में चंद्रिका देवी मंदिर, भूतनाथ मंदिर और बुद्धेश्वर महादेव मंदिर आदि विभिन्न तीर्थ स्थलों के लिए एक तेज़ और अधिक कुशल यात्रा विकल्प प्रदान करके क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, वंदे भारत एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश की राजधानी के लिए त्वरित कनेक्टिविटी में सुधार करके मेरठ क्षेत्र में उद्योगों- जैसे खेल के सामान, संगीत वाद्ययंत्र, चीनी और इलेक्ट्रॉनिक्स को एक बड़ा बढ़ावा प्रदान करेगी।

मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस

मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुचिरापल्ली मार्ग के माध्यम से मदुरै को बेंगलुरु से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन है। यह सेवा तमिलनाडु के जीवंत मंदिर शहर मदुरै को कर्नाटक राज्य की राजधानी बेंगलुरु के महानगरीय शहर से जोड़ेगी। इसके अतिरिक्त, यह व्यावसायिक पेशेवरों, छात्रों, कामकाजी कर्मियों और तमिलनाडु में अपने गृहनगर से बेंगलुरु के महानगरीय केंद्र तक यात्रा करने वाले अन्य यात्रियों के लिए सुविधाजनक यात्रा प्रदान करेगा।

चेन्नई एग्मोर- नागरकोइल वंदे भारत

चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत, सुंदर शहर नागरकोइल को चेन्नई से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन है। तमिलनाडु के भीतर 726 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए, यह ट्रेन कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, विरुधुनगर मदुरै, डिंडीगुल, त्रिची, पेरम्बलुर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू और चेन्नई सहित 12 जिलों के निवासियों को आधुनिक और तेज़ यात्रा अनुभव प्रदान करती है। इस सेवा से मदुरै में दिव्य अरुलमिगु मीनाक्षी अम्मन मंदिर और कन्याकुमारी में कुमारी अम्मन मंदिर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को भी बहुत लाभ होगा।

भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 1 सितंबर, 2024 को बीईएमएल के बैंगलोर रेल परिसर में भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट को हरी झंडी दिखाई। ट्रेनसेट को भारत के अग्रणी रेल और मेट्रो निर्माता बीईएमएल द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया गया है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट से भारत में लंबी दूरी की रेल यात्रा में क्रांति लाने और आराम, सुरक्षा और दक्षता के लिए नए मानक स्थापित करने की उम्मीद है। ट्रेन कई विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें यूएसबी चार्जिंग प्रावधान के साथ एक एकीकृत रीडिंग लाइट, सार्वजनिक घोषणा और दृश्य सूचना प्रणाली, अंदर डिस्प्ले पैनल और सुरक्षा कैमरे, मॉड्यूलर पैंट्री और अलग-अलग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, फर्स्ट एसी कार गर्म पानी के साथ शॉवर प्रदान करती है, जिससे यात्री आराम बढ़ता है। बेहद  बारीकी के साथ सावधानीपूर्वक ढंग से इंजीनियर किया गया है।  ट्रेनसेट फ्रंट नोज़ कोन से लेकर आंतरिक पैनल, सीटें, स्लीपर बर्थ और अन्य सभी तत्वों में सौंदर्य अपील और कार्यक्षमता दोनों को प्राथमिकता देता है।

बीईएमएल ने इलेक्ट्रिकल, प्रोपल्शन, बोगियों, बाहरी प्लग दरवाजे, ब्रेक सिस्टम और एचवीएसी सहित महत्वपूर्ण प्रणालियों के एकत्रीकरण का नेतृत्व किया है, जो पूरे ट्रेनसेट में निर्बाध एकीकरण और अधिकतम प्रदर्शन सुनिश्चित करता है। संपूर्ण मैन्युफेक्चरिंग और असेंबली प्रक्रिया को बीईएमएल में कंसोलिडेट किया गया है, जो गुणवत्ता और सटीकता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

निष्कर्ष

वंदे भारत एक्सप्रेस ने गति, आराम और सुरक्षा का एक अनूठा कॉम्बिनेशन पेश करके भारत में रेल यात्रा में क्रांति ला दी है। इस सेवा के निरंतर विस्तार के साथ, भारतीय रेलवे का लक्ष्य देश भर में कनेक्टिविटी को और बढ़ाना, आर्थिक विकास और क्षेत्रीय विकास में योगदान देना है। 

वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता स्वदेशी विनिर्माण में भारत की क्षमताओं का प्रमाण है और 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

संतोष कुमार/ शीतल अंगराल / ऋतु कटारिया / अश्वथी नायर//(Backgrounder ID: 153234) 

Friday, August 30, 2024

31 अगस्त को मिलेगी तीन वंदे भारत रेलगाड़ियों को हरी झंडी

प्रविष्टि तिथि: 30 अगस्त 2024, 2:59 PM, PIB दिल्ली

बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ रफ़्तार से पर्यटन को मिलेगी नई दिशा

पीआईबी फाईल फोटो 

नई दिल्ली
:30 अगस्त 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

तेज़ रफ्तारी और आरामदायक सफर किसे अच्छा नहीं लगता?इसका सपना तो भारत की जनता लम्बे समय से देख रही थी। नई वंदे भारत ट्रेनें उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक में बेहतर कनेक्टिविटी, तेजी से यात्रा, और पर्यटन को अब देने लगी हैं नई दिशा। 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 31 अगस्त, 2024 को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये ट्रेनें 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत की प्रधानमंत्री की दृष्टि का साकार रूप हैं, जो उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक में बेहतर कनेक्टिविटी और तीव्र यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी।

नई वंदे भारत ट्रेनें मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु, और चेन्नई-नागरकोइल मार्गों पर चलेंगी। ये ट्रेनें अपने तीव्र गति के कारण यात्रा समय को वर्तमान विकल्पों की तुलना में काफी कम कर देंगी। मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत से लगभग 1 घंटे, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से 2 घंटे, और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से लगभग डेढ़ घंटे की बचत होगी।

वंदे भारत ट्रेनें यात्रियों को विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान करेंगी और क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करेंगी। ये अत्याधुनिक ट्रेनें न केवल यातायात के क्षेत्र में क्रांति लाएंगी बल्कि तीन प्रमुख राज्यों - उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक में पर्यटन और व्यापार को भी नया प्रोत्साहन देंगी।

नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ क्षेत्रीय यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों, और छात्रों के लिए रेलवे सेवा में एक नए युग की शुरुआत करेगा, जो तेज़, सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकेंगे। इस तरह की तेज़ ट्रेनें बढ़ने से भारतीय रेल का एक नया इतिहास रचा जा रहा है और आप सभी इसके गवाह बने रहना। आसान नहीं होता इस तरह के सपनों का साकार होना। 


Thursday, August 29, 2024

सभी नुक्कड़ों को जोड़ने वाली रेल दिलों को भी जोड़ती है

इसी लिए कहते हैं रेल ही है संसार की लाईफ लाईन 

Created with Meta AI
चंडीगढ़: 29 अगस्त 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//रेल स्क्रीन डेस्क)::

रेल के बिना तो यह संसार चल ही नहीं सकता। यातायात से लेकर सामान की ढो-ढुलाई तक ज़िन्दगी के बहुत से ज़रूरी काम रेल के ज़रिए ही सिरे चढ़ते हैं। भारत में रेल परिवहन जीवन रेखा की तरह है,एक लाईफ लाईन। इसी तरह दुनिया भर में भी है। हर जगह और हर किसी को जोड़ने वाली ट्रेनों पर बहुत से गीत भी लिखे जा चुके हैं। इसके बिना ज़िन्दगी की कल्पना भी कैसे संभ हो सकती है। इसके अलावा कई अन्य देशों में भी रेल परिवहन का महत्व बहुत अधिक है। कुछ ऐसे देश जहां रेल जीवन रेखा की तरह मानी जाती है। 

सबसे अधिक विकसित गिना जाने वाला देश जापान भी इस रेल के महत्व को समझता है। जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन दुनिया की सबसे तेज़ और विश्वसनीय रेल सेवाओं में से एक है। यहां रेल परिवहन का प्रमुख साधन है, खासकर बड़े शहरों में।

दुनिया का बेहद शक्तिशाली देश रूस भी रेल का लोहा मानता है। ट्रांस-साइबेरियन रेलवे रूस को पूर्व से पश्चिम तक जोड़ने वाला सबसे लंबा रेल मार्ग है। यहां रेल परिवहन का देश की अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण योगदान है।

दुनिया के शक्ति केन्दों को प्रभावित करने वाला विशाल देश चीन भी इस रेल  तरफ  है। चीन में तेजी से विकसित होती हाई-स्पीड रेल नेटवर्क ने रेल को प्रमुख परिवहन साधन बना दिया है। यह देश के विशाल क्षेत्र को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

यूरोप के देश भी रेल  प्रभावित हैं। जर्मनी, फ्रांस, और स्विट्ज़रलैंड में रेल परिवहन का बहुत महत्व है। इसके बिना जनजीवन सोचा भी नहीं जा सकता। यूरोप में इंटरसिटी और अंतरराष्ट्रीय रेल सेवाएं अत्यधिक विकसित हैं, जो लोगों को शहरों और देशों के बीच सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान करती हैं।

विकास के मामले में दशकों तक बाकी दुनिया से एडवांस समझा जाता अमेरिका भी रेल की तरफ निरंतर ध्यान देता है। अमेरिका के पूर्वी तट और कुछ अन्य क्षेत्रों में रेल परिवहन महत्वपूर्ण है, विशेषकर न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन डीसी और बोस्टन जैसे शहरों में।

इन देशों में रेल परिवहन न केवल यात्रियों के लिए बल्कि माल ढुलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है, और यह वहां की जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा है। दुनिया के सभी देशों और कोनों को एक दुसरे से जोड़ने वाली रेल दिलों को भी जोड़ती है। 

Tuesday, August 13, 2024

जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल अकादमी, लखनऊ का सम्मान

प्रविष्टि तिथि: 13 Aug 2024 at 6:36 PM by PIB Delhi

क्षमता निर्माण आयोग की उत्कृष्ट रेटिंग से किया गया सम्मानित


नई दिल्ली
: 13 अगस्त 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल अकादमी, लखनऊ को सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों (एनएससीएसटीआई) के लिए राष्ट्रीय मानकों के असाधारण पालन की मान्यता में क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) द्वारा प्रतिष्ठित "उत्कृष्ट/अति उत्कृष्ट" रेटिंग से सम्मानित किया गया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि सिविल सेवा प्रशिक्षण में उत्कृष्टता की दिशा में अकादमी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 12 अगस्त, 2024 को आयोजित सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थान सम्मेलन के दौरान भारत के केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा औपचारिक रूप से मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक श्री मनोज यादव ने जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल (जेआरआरपीएफ) अकादमी के निदेशक और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि अकादमी को प्रदान किया गया यह सम्मान अकादमी के कर्मचारियों के अथक समर्पण और अनुकरणीय प्रयासों का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह अनूठी उपलब्धि सिविल सेवा प्रशिक्षण के मानकों को और ऊंचा करने के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह सम्मान केवल अकादमी के निरंतर विकास का प्रतीक है बल्कि इसे देश के छह सर्वश्रेष्ठ शीर्ष प्रशिक्षण संस्थानों में भी शामिल किया गया है।

केंद्र सरकार की सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने की पहल के अनुरूप, सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक (एनएससीएसटीआई) अवसंरचना 18 जुलाई, 2022 को प्रस्तुत की गई थी। सिविल सेवा प्रशिक्षण के लिए दुनिया के पहले राष्ट्रीय स्तर के मानक के रूप में, इस अवसंरचना का लक्ष्य भारत भर के प्रशिक्षण संस्थानों में मानकों को ऊपर उठाना है।

मान्यता प्रक्रिया के लिए आठ प्रमुख स्तंभों: पाठ्यक्रम डिजाइन, संकाय विकास, प्रशिक्षण लक्ष्य, प्रशिक्षण सहायता, डिजिटलीकरण और प्रशिक्षण वितरण, सहयोग, प्रशिक्षण मूल्यांकन और संचालन तथा शासन के आधार पर एक व्यापक मूल्यांकन की आवश्यकता है। जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल (जेआरआरपीएफ) अकादमी ने उच्च मानकों और निरंतर सुधार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए इस कड़ी मूल्यांकन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया।

मूल्यांकन में कई चरण शामिल थे, जिसमें क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) और राष्ट्रीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीईटी) की एक टीम द्वारा डेस्कटॉप मूल्यांकन और ऑन-साइट मूल्यांकन शामिल थे। 

इस पूरी प्रक्रिया में अकादमी के असाधारण प्रदर्शन का परिणाम यह हुआ कि इसे लगभग 149 प्रशिक्षण संस्थानों में से भारत के शीर्ष छह संस्थानों में से एक के रूप में मान्यता मिली, जिन्हें यह सम्मानित रेटिंग प्राप्त करने के लिए मूल्यांकन किया गया है।

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एमजी/एआर/एमकेएस/एसके//(रिलीज़ आईडी: 2045000) 

Saturday, August 3, 2024

RPF ने खतरनाक रेलवे ट्रैक स्टंट के लिए यूट्यूबर को पकड़ा

प्रविष्टि तिथि: 02 Aug 2024 4:00 PM by PIB Delhi

आरपीएफ महानिदेशक ने नागरिकों से अपील की कि वे गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल न हों और ऐसे किसी भी कृत्य के बारे में रिपोर्ट करें

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नई दिल्ली: 02 अगस्त 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

पहले पहल इस तरह की हरकतें अनपढ़ किस्म के युवा केवल अपनी फुकरागिरि दिखाने के लिए करते थे। फिर जब सेल्फी कल्चर शुरू हुआ तो इसी तरह के लड़के नदियों, नहरों और दरिआयों के किनारे सेल्फी खींचने के चक्क्र में अपनी जान का रिस्क लेने लगे। चलती गाड़ियों के दरवाज़े पर खड़े हो कर इस तरह की बेवकूफी भरी दलेरी दिखने लगे। इन चक्रों में बहुत से लड़के अपनी जान गंवा बैठे। जिनकी जान बच भी गई उनको गंभीर चोटें आईं। अब इसी तरह के खतरों से खेलने की बेवकूफी कुछ यूटयूबर दिखाने लगे हैं। इस तरह के मामलों की रोकथाम के लिए सुरक्षा बलों के जवान पूरी मुस्तैदी  ड्यूटी देने लगे हैं। 

रेलवे सुरक्षा बल ने लापरवाही भरे व्यवहार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए, पब्लिसिटी के लिए रेलवे ट्रैक के साथ आपराधिक छेड़छाड़ करके सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है। ट्विटर पर वायरल वीडियो में एक व्यक्ति को रेलवे ट्रैक पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं रखते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद तत्काल जांच की गई। अपराधी, गुलजार शेख ने अपने यूट्यूब चैनल पर 250 से अधिक वीडियो अपलोड किए हैं और उसके 2 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। उसकी ऑन-कैमरा गतिविधियों ने रेलवे सुरक्षा और संचालन दोनों के लिए एक बड़ा जोखिम पैदा किया।

शेख की यूट्यूब प्रोफाइल और सोशल मीडिया उपस्थिति के विस्तृत विश्लेषण के माध्यम से, आरपीएफ ऊंचाहार, उत्तर रेलवे ने 01/08/2024 को रेलवे अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत अपराध दर्ज किया। उसी दिन, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की एक संयुक्त टीम ने श्री गुलजार शेख, पुत्र सैयद अहमद को खांडरौली गांव, सोरांव (इलाहाबाद), उत्तर प्रदेश में उनके निवास से गिरफ्तार किया।

तत्पर और प्रभावी कार्रवाई के लिए आरपीएफ, लखनऊ मंडल की सराहना करते हुए, आरपीएफ महानिदेशक ने इस बात पर जोर दिया कि श्री गुलजार शेख के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भारतीय रेलवे की सुरक्षा से समझौता करने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों के लिए एक मजबूत निवारक के रूप में काम करेगी। उन्होंने रेलवे सुरक्षा के महत्व को दोहराया और जनता को आश्वासन दिया कि रेलवे की सुरक्षा को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का दृढ़ संकल्प और सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ सामना किया जाएगा और ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों पर अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।

आरपीएफ महानिदेशक ने जनता से ऐसी गतिविधियों में शामिल न होने और रेलवे सुरक्षा एवं संरक्षा से समझौता करने वाले किसी भी कृत्य के बारे में सूचित करने की भी अपील की। इस प्रकार की सूचना रेलवे सुरक्षा बल या रेल मदद को टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से दी जा सकती है।

***** एमजी/एआर/एसकेएस/एसके// (रिलीज़ आईडी: 2040910) 

Friday, July 5, 2024

भारतीय रेल गरीबों, निम्न व मध्यम वर्ग लोगों के लिए प्रतिबद्ध है

प्रविष्टि तिथि: 05 JUL 2024 6:01 PM by PIB Delhi

वैष्णव ने कहा हम किफायती यात्रा की सुविधा के लिए भी प्रतिबद्ध हैं 


नई दिल्ली
: 5 जुलाई 2024: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क)::

भारतीय रेल इस बात का विशेष ध्यान रख रही है कि आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को रेल की सुविधाएं लगातार मिलती रहें। इसी मकसद के लिए अगले दो वर्षों के दौरान 10,000 गैर-वातानुकूलित रेल के डिब्बों का निर्माण करने की योजना बनाई गई है। इससे निश्चय ही आम लोगों को बहुत लाभ होगा। 

श्री अश्विनी वैष्णव ने रेल परिवार से पूरे समर्पण के साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि भारतीय रेल पर लोगों का भरोसा कायम रहे

केन्द्रीय रेल, सूचना और प्रसारण तथा  इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज रेल भवन में एमओयू हस्ताक्षर समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए इस बात को दोहराया कि भारतीय रेल गरीबों, निम्न मध्यम व मध्यम वर्ग के लोगों को किफायती रेल यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल ने अगले दो वर्षों के दौरान 10,000 गैर-वातानुकूलित रेल के डिब्बों का निर्माण करने की योजना बनाई है।

श्री अश्विनी वैष्णव ने देश भर के 12 लाख रेल कर्मियों से समर्पण के साथ काम करने और अपना मनोबल ऊंचा रखने की भी अपील की। साथ ही, उन्होंने रेलवे कर्मियों से सामूहिक रूप से काम करने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि भारतीय रेल पर लोगों का भरोसा कायम रहे।

उम्मीदें हैं कि इस दिशा में जल्द ही कई और ठोस कदम भी उठाए जाएंगे जिससे आम जनता के उस वर्ग को लाभ मिले जो आर्थिक तौर पर महंगे सफर नहीं कर सकता।  

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