08-जुलाई-2014 16:12 IST
यह बजट transparency को बल देता है
"2014-15 का यह रेल बजट, देश को अधिक गति देने वाला, रेलवे को अधिक आधुनिक बनाने वाला,नागरिकों को अधिक सुरक्षा और सेवा देने वाला सिद्ध होगा।
एक लम्बे अरसे के बाद देश अनुभव करेगा कि सच्चे अर्थ में हमारी रेलवे, यह भारतीय रेलवे है। पिछले कुछ दशकों से एक बिखराव महसूस होता था, टुकड़ों में सोचा जाता था। पहली बार समग्रतः भारत के विकास को ध्यान में रख कर, रेलवे बजट में बल दिया गया है - इक्कीसवीं सदी का भारत, इसकी नींव,इस आधुनिक रेल बजट में दिखाई देती है। विज्ञान और टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग, आने वाले दिनों में हो। रेलवे जैसा तंत्र ad-hoc रूप से नहीं चल सकता। हर प्रकार के निर्णय प्रक्रिया के लिए, नए vision के लिए, नए initiative के लिए, institutional mechanism होना बहुत ज़रूरी होता है। रेलवे का यह बजटinstitutional mechanism को बल देता है।
चारों तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ, सामान्य मानव का रोष है। यह बजट transparency को बल देता है, integrity को बल देता है।
रेल का विस्तार भी हो। रेल का विकास भी हो। यात्रियों की संख्या भी बढे, यात्रियों की सुरक्षा भी बढे।
रेलवे सिर्फ यातायात का साधन नहीं है। रेलवे भारत की विकास यात्रा का growth engine है। इस बार का रेलवे बजट, इस बात को सिद्ध करेगा कि देश के विकास में, रेलवे अहम भूमिका निभाता है। आज़ादी के बाद अगर रेलवे पर हमने बल दिया होता, तो आज विकास की नयी ऊंचाइयों को पाने में, रेलवे सहायक होता। देर आये, दुरुस्त आये। हमने 2014 से विकास की इस गति को, विकास की इस ऊंचाई को, आरम्भ किया है। मुझे विश्वास है कि रेल यात्रा में सफर करने वाले यात्रियों को, सुखद अनुभव होगा, और देश के विकास से जुड़े हुए लोगों के लिए यह विकास का विश्वास देगा।
भारत में रेलवे विकास के कुछ नए आयामों को भी बल दिया गया है। 125 करोड़ का देश, यात्रियों का देश है। भिन्न भिन्न सम्प्रदाय, यात्रा करने के आदि हैं। उनके लिए विशिष्ट व्यवस्थाओं की ज़रुरत को रेलवे पूरा करने जा रहा है।
वैश्विक economy का यह युग है। Globalization का जब era है, तब हमारे ports sector को rail connectivity की बहुत ज़रुरत है। विश्व व्यापार के लिए यह जो initiatives लिए गये हैं, वो भारत की आर्थिक संप्रभुता के लिए एक बहुत बड़ी ताक़त बनेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है।
यह rail budget, interim budget आने के बाद का बजट है। बहुत कम समय है। लेकिन जो initiativeलिए गए हैं, वो इस दिशा को दर्शाते हैं, कि हम रेल को कहाँ ले जाना चाहते हैं, साथ साथ रेल के माध्यम से हम देश को कहाँ ले जाना चाहते हैं। न सिर्फ रेल को कहाँ पहुंचाना है, यह हमारा मक़सद नहीं है, रेल के माध्यम से देश को किन ऊंचाइयों तक पहुंचाना है, यह भी हमारा मक़सद है। और यह सरकार का यह सपना पूरा होगा।" (PIB)
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यह बजट transparency को बल देता है
"2014-15 का यह रेल बजट, देश को अधिक गति देने वाला, रेलवे को अधिक आधुनिक बनाने वाला,नागरिकों को अधिक सुरक्षा और सेवा देने वाला सिद्ध होगा।
एक लम्बे अरसे के बाद देश अनुभव करेगा कि सच्चे अर्थ में हमारी रेलवे, यह भारतीय रेलवे है। पिछले कुछ दशकों से एक बिखराव महसूस होता था, टुकड़ों में सोचा जाता था। पहली बार समग्रतः भारत के विकास को ध्यान में रख कर, रेलवे बजट में बल दिया गया है - इक्कीसवीं सदी का भारत, इसकी नींव,इस आधुनिक रेल बजट में दिखाई देती है। विज्ञान और टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग, आने वाले दिनों में हो। रेलवे जैसा तंत्र ad-hoc रूप से नहीं चल सकता। हर प्रकार के निर्णय प्रक्रिया के लिए, नए vision के लिए, नए initiative के लिए, institutional mechanism होना बहुत ज़रूरी होता है। रेलवे का यह बजटinstitutional mechanism को बल देता है।
चारों तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ, सामान्य मानव का रोष है। यह बजट transparency को बल देता है, integrity को बल देता है।
रेल का विस्तार भी हो। रेल का विकास भी हो। यात्रियों की संख्या भी बढे, यात्रियों की सुरक्षा भी बढे।
रेलवे सिर्फ यातायात का साधन नहीं है। रेलवे भारत की विकास यात्रा का growth engine है। इस बार का रेलवे बजट, इस बात को सिद्ध करेगा कि देश के विकास में, रेलवे अहम भूमिका निभाता है। आज़ादी के बाद अगर रेलवे पर हमने बल दिया होता, तो आज विकास की नयी ऊंचाइयों को पाने में, रेलवे सहायक होता। देर आये, दुरुस्त आये। हमने 2014 से विकास की इस गति को, विकास की इस ऊंचाई को, आरम्भ किया है। मुझे विश्वास है कि रेल यात्रा में सफर करने वाले यात्रियों को, सुखद अनुभव होगा, और देश के विकास से जुड़े हुए लोगों के लिए यह विकास का विश्वास देगा।
भारत में रेलवे विकास के कुछ नए आयामों को भी बल दिया गया है। 125 करोड़ का देश, यात्रियों का देश है। भिन्न भिन्न सम्प्रदाय, यात्रा करने के आदि हैं। उनके लिए विशिष्ट व्यवस्थाओं की ज़रुरत को रेलवे पूरा करने जा रहा है।
वैश्विक economy का यह युग है। Globalization का जब era है, तब हमारे ports sector को rail connectivity की बहुत ज़रुरत है। विश्व व्यापार के लिए यह जो initiatives लिए गये हैं, वो भारत की आर्थिक संप्रभुता के लिए एक बहुत बड़ी ताक़त बनेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है।
यह rail budget, interim budget आने के बाद का बजट है। बहुत कम समय है। लेकिन जो initiativeलिए गए हैं, वो इस दिशा को दर्शाते हैं, कि हम रेल को कहाँ ले जाना चाहते हैं, साथ साथ रेल के माध्यम से हम देश को कहाँ ले जाना चाहते हैं। न सिर्फ रेल को कहाँ पहुंचाना है, यह हमारा मक़सद नहीं है, रेल के माध्यम से देश को किन ऊंचाइयों तक पहुंचाना है, यह भी हमारा मक़सद है। और यह सरकार का यह सपना पूरा होगा।" (PIB)
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