Tuesday, February 11, 2014

मांगों को लेकर एन.आर.एम.यू. ने की एक और रैली

केंद्र सरकार की रेल नीतियों के खिलाफ रोष हुआ और तेज़ 
लुधियाना: 11 फरवरी 2014: (रेल स्क्रीन ब्यूरो): 
केंद्र सरकार की रेल नीतियों के खिलाफ मुलाज़िमों में रोष लगातार तीखा हो। रेलवे कर्मचारियों की लम्बित पड़ी मांगों को लेकर नार्दर्न रेलवे मैन्ज यूनियन की ओर से स्थानीय लोको परिसर के बाहर ज़ोरदार रोष रैली की गई। इस रैली की अध्यक्षता करते हुए कामरेड राज कुमार सूद ने कार्यकर्तायों को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे कर्मचारियों की मांगें लम्बे समय से लटक रही हैं जिनमें प्रमुख रूप से नई पैंशन योजना रद्द करके पुरानी पैंशन योजना बहाल करने की मांग, डी.ए. को पूर्ण रूप से वेतन में शामिल करके नए ग्रेड निर्धारित करने, रेलों का निजीकरण बंद  करने, वी.आर.एस. स्कीम सभी रेल कर्मियों पर लागू करने, छठे वेतन आयोग की कमियों को दूरकरने, प्रत्येक शहर में रेलवेकर्मियों के उपचार के लिए सभी सुविधाओं से लैस बड़े निजी अस्पतालों के साथ अनुबंध करने की मांगें शामिल हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगें न मानी गईं तो 17 फरवरी को राजस्थान में होने वाली बैठक में आल इंडिया रेलवे फैडरेशन द्वारा की जाने वाली हड़ताल की तिथि तय कर संघर्ष को और तेज किया जाएगा। गौरतलब है कि इस 

उन्होंने सभी रेलकर्मियों से हड़ताल का पूरी तरह समर्थन करने के लिए तैयार रहने तथा 13, 14 फरवरी को निकाले जाने वाले मशाल जलूस में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। रैली में घनश्याम सिंह, सुखजिन्द्र सिंह, अशोक कुमार, कुलविन्द्र सिंह, महिन्द्र पाल, प्रमोद कुमार, अमर सिंह, सुरजीत सिंह आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि  मशाल मार्च लम्बे समय से चले आ रहे संघर्ष में एक नई तेजी लाएंगे। 

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