Wednesday, January 25, 2023

रेलवे सुरक्षा बल कर्मियों को राष्ट्रपति का पुलिस पदक

प्रविष्टि तिथि: 25 JAN 2023 12:47 PM by PIB Delhi

 विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाना है राष्ट्रपति का पुलिस पदक 

फाईल फोटोज़//फेसबुक से 

नई दिल्ली
: 25 जनवरी 2023: (पीआईबी//रेल स्क्रीन डेस्क):: 

सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित बनाना सहज या आसान नहीं होता। इस मकसद के लिए सुरक्षा जवान अपनी जान जोखिम में डाल कर हर संवेंदनशील जगह पर तैनात रहते हैं। रेलवे और रेल यात्रियों की सुरक्षा इनका सर्वप्रथम कार्य रहता है। इस विशेष काम को किसी मिशन से काम नहीं समझा जाना चाहिए। इनके जीवट और जोखिम को आम लोग चाहे याद न भी रखें लेकिन सरकारी विभाग इन सेवाओं को हमेशां याद रखते हैं। सही समय आने पर उनका सम्मान भी किया जाता है। 

केवल गुंडागर्दी, छीनाझपटी या आतंक से ही सुरक्षा नहीं बल्कि ज़िंदगी के दूसरे क्षेत्रों में भी रेलवे सुरक्षा के पुरुष एवं महिला जवान आम जनता की सहायता करते हैं। बहुत से लोगों को अभी भी याद होगा वह समय जब केवल 15 दिनों के एक शिशु कर उसकी युवा मान को इस तरह की सहायता की ज़रूरत पड़ी थी। उस दिन शुक्रवार था और 28 अक्टूबर 2022 की तारीख थी। एक युवा महुला पाने नवजन्मे बच्चे के साथ ट्रेन पर चढ़ने आई हुई थी। आरपीएफ की महिला कांस्टेबल शीला और कल्पना ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 दिन की नवजात शिशु और उसकी अंडर-सर्जरी मां को ट्रेन पर चढ़ने में सहायता प्रदान की थी और उसके उन मानसिक तनाव से भरे पलों को बहुत ही सहज बना दिया था। इसी तरह सोमवार 31 अक्टूबर 2022 को भी आर पी एफ के जवानों ने कुछ महिला यात्रियों को सहायता दी थी। 

इस बार गणतंत्र दिवस, 2023 के अवसर पर माननीय भारत गणराज्य के राष्ट्रपति ने निम्नलिखित रेलवे सुरक्षा बल/रेलवे सुरक्षा विशेष बल कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से अलंकृत करने की घोषणा की है:–

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक 

श्री राजा राम, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, दक्षिण मध्य रेलवे

सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक

श्री पंकज गंगवार, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, पूर्वी तटीय रेलवे

श्री देवराय श्रीनिवास राव, सहायक कमांडेंट/सातवीं वाहिनी, रेलवे सुरक्षा विशेष बल

श्री जमजेर कुमार, सहायक कमांडेंट/ पंद्रहवीं वाहिनी, रेलवे सुरक्षा विशेष बल

श्री प्रवीण सिंह, निरीक्षक/ छठी वाहिनी, रेलवे सुरक्षा विशेष बल

श्री विजय कुमार, निरीक्षक/ छठी वाहिनी, रेलवे सुरक्षा विशेष बल

श्री एन. श्रीनिवास राव, उप-निरीक्षक/दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे

श्री विवेक मोहन, उप-निरीक्षक/उत्तर रेलवे

श्री जे. राजेंद्रन, उप-निरीक्षक/दक्षिणी रेलवे

श्री यावर हुसैन, उप निरीक्षक/ पंद्रहवीं वाहिनी, रेलवे सुरक्षा विशेष बल

श्री दिवाकर शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक/उत्तर पूर्व रेलवे

श्री नीलेश कुमार, सहायक उप निरीक्षक/पूर्व मध्य रेलवे

श्री साजी ऑगस्टीन, सहायक उप-निरीक्षक/दक्षिणी रेलवे

श्री प्रफुल्ल भालेराव, प्रधान आरक्षक, पश्चिम रेलवे

श्री श्री राम साहू, रसोइया, द्वितीय वाहिनी, रेलवे सुरक्षा विशेष बल

श्री छबुराव साखराजी ढवले, चालक/मध्य रेलवे

(रिलीज़ आईडी: 1893522)

Sunday, January 1, 2023

श्री अनिल कुमार लाहोटी बने रेलवे बोर्ड के अध्‍यक्ष

प्रविष्टि तिथि: 01 JAN 2023 12:10 PM by PIB Delhi

मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी के रूप में भी पदभार संभाला


नई दिल्ली
: 01 जनवरी 2023: (पीआईबी//रेल स्क्रीन)::

भारतीय रेल एक ऐसा बड़ा परिवार है जिसका दुनिया भर में बहुत नाम है। पूरे देश को जोड़ने में इसका कोई सानी नहीं।  लोगों को उनकी मंज़िल तक सहजता और किफायती तरीके से पहुंचाने में रेलवे बहुत से बदलाव भी करता रहता है। बहुत सी कठिनाईयों और हादसों के बावजूद लोगो रेल यात्रा को ही प्राथमिकता देते हैं। 

जीवन चलने का नाम की बात को हर रोज़ साबित करने वाले रेलवे विभाग को अब एक नई शख्सियत मिली है।  श्री अनिल कुमार लाहोटी ने आज रेलवे बोर्ड (रेल मंत्रालय) के नये अध्‍यक्ष एवं मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का पदभार ग्रहण किया। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने दिनांक 01 जनवरी 2023 से श्री अनिल कुमार लाहोटी की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है। उन्होंने दिनांक 17 दिसंबर 2022 को रेलवे बोर्ड में सदस्य, इंफ्रास्ट्रक्चर  के रूप में पदभार संभाला था। उनकी योग्यता निश्चय ही रेलवे को नई उपलब्धियां देगी। 

इस नए अध्यक्ष का जीवन निरंतर साधना से भरा हुआ है। श्री अनिल कुमार लाहोटी,  इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स के 1984 बैच के अधिकारी हैं। इन्हें भारत सरकार द्वारा अनुमोदित इंडियन रेलवे मेनेजमेंट सर्विस की लेवेल-17 की पहली पेनल में शामिल किया गया। उन्होंने माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, ग्वालियर से सिविल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल के साथ स्नातक किया है और रुड़की विश्वविद्यालय (आईआईटी, रुड़की) से मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (स्ट्रक्चर्स) किया है। रेलवे में अपने 36 वर्षो से अधिक के सेवा काल के दौरान, उन्होंने मध्य, उत्तर, उत्तर मध्य, पश्चिम और पश्चिम मध्य रेल और रेलवे बोर्ड में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। इस दौरान उन्होंने रेलवे की मुश्किलों और खूबियों को बहुत ही नज़दीक से देखा। 

यह संघर्ष और साधना का एक लम्बा दौर रहा। गौरतलब है कि इससे पूर्व, वह मध्य रेल के महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे और कई महीनों तक पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। महाप्रबंधक के रूप में उनके कार्यकाल में सबसे अधिक संख्या में किसान रेल चलाने और  राजस्व  के मामले में उन्हें अब तक का सबसे अधिक माल और पार्सल यातायात (टन में) प्राप्त करने का श्रेय प्राप्त है। उन्होंने गैर-किराया, स्क्रैप की बिक्री और व्यापक टिकट जांच अभियान द्वारा राजस्व में रिकॉर्ड सुधार का कार्य भी किया है। उन्होंने मुंबई में वातानुकूलित उप-नगरीय सेवाओं के विस्तार के जटिल मुद्दे का सफलतापूर्वक परिचालन और समाधान किया है। उनके कार्यकाल के दौरान, मध्य रेल ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निष्पादन और कमीशनिंग में बड़े स्तर पर सुधार किया तथा मुंबई में दिवा और ठाणे के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित 5वीं और 6वीं लाइन की शुरुआत की।

इसके साथ साथ श्री लाहोटी ने मंडल रेल प्रबंधक, लखनऊ, उत्तर रेलवे के पद पर भी कार्य किया, जहां उन्होंने भीड़-भाड़ वाले गाजियाबाद-प्रयागराज-डीडीयू मार्ग के विकल्प के रूप में लखनऊ-वाराणसी-डीडीयू मार्ग पर माल ढुलाई में सुधार के लिए कई पहल की हैं । उन्होंने लखनऊ मंडल के स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं और स्वच्छता मानकों में सुधार के विशेष कार्य किये । उन्होंने लंबे समय से चली आ रही बाधाओं को दूर करने सहित बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए कई कार्य किए और भविष्य में यातायात में वृद्धि के लिए नेटवर्क क्षमता के विस्तार के महत्वपूर्ण कार्यों की मंजूरी के लिए व्यापक योजना बनाई।

उत्तर रेलवे में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) और मुख्य इंजीनियर (निर्माण) के रूप में श्री लाहोटी ने बुनियादी ढाँचे के विकास के लिये नई लाइनों, ट्रैक के दोहरीकरण और मल्टी-ट्रैकिंग, यार्ड रीमॉडेलिंग, महत्वपूर्ण पुलों, स्टेशन निर्माण आदि के कई कार्यों का निष्पादन किया। दिल्ली में आनंद विहार टर्मिनल’ और नई दिल्ली स्टेशन के प्रतिष्ठित ‘अजमेरी गेट’ साइड स्टेशन भवन की योजना और निर्माण उनके द्वारा किया गया है। आप विश्व स्तर के स्टेशन के रूप में नई दिल्ली स्टेशन के पुनर्विकास और वाणिज्यिक विकास की योजना से भी जुड़े रहे।

उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक  के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान श्री अनिल कुमार लाहोटी ने विशेष रूप से परिचालन की गति बढ़ाने और उच्च एक्सल लोड की ढुलाई के लिए सुरक्षा, बुनियादी ढांचे के रखरखाव, पुनर्वास और स्थायी मार्ग के उन्नयन पर कई नीतियों और योजनाओं की पहल की । उन्होंने ट्रैक रखरखाव की गुणवत्ता में सुधार के लिए अत्याधुनिक मशीनों के साथ ट्रैक रखरखाव के पूर्ण मशीनीकरण के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान तैयार किया और उसे कार्यान्वित भी किया । समुचित शोध के पश्चात् उन्होंने उद्देश्य आधारित रखरखाव मानदंड तैयार किया और ट्रैक रखरखाव संगठन के लिए कम लागत रखरखाव मॉडल विकसित करने की पहल की है। उन्हें भारतीय रेलवे पर रेल ग्राइंडिंग मेंटेनन्स (रखरखाव) की विस्तृत योजना बनाने और इसके सफल कार्यान्वयन का भी श्रेय है।

उन्होंने  स्ट्रैटेजिक मेनेजमेंट (सामरिक प्रबंधन) और लीडरशिप प्रोग्राम (नेतृत्व कार्यक्रम) में कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी, पिट्सबर्ग, यूएसए; बोकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, मिलान, इटली; और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद से प्रशिक्षण लिया है। उन्होंने हांगकांग, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी और स्विटजरलैंड में स्टेशनों के विकास एवं रेलवे भूमि पर वाणिज्यिक विकास का अध्ययन किया है। उन्होंने ट्रैक प्रौद्योगिकी और ट्रैक अनुरक्षण मशीनों के विकास के सिलसिले में कई देशों का दौरा भी किया है।

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