Monday, September 29, 2025

3 अमृत भारत एक्सप्रेस और 4 पैसेंजर ट्रेन

 रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//PIB//New Trains Details n Hindi//29th September 2025 at 2:32PM//PIB Delhi

 बिहार को सात नई ट्रेनों की सौगात 

संकेतक तस्वीर 
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई; देश भर में अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाओं की कुल संख्या बढ़कर 30 हुई, जिसमें 26 सेवाएं बिहार से शुरू होंगी

बिहार में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए यात्री ट्रेनें, अमृत भारत एक्सप्रेस बिहार को तेलंगाना, राजस्थान और दिल्ली से जोड़ेगी

बिहार का वार्षिक रेल बजट 2014 से पहले ₹1,000 करोड़ से बढ़कर 2025 में ₹10, बिहार का वार्षिक रेल बजट 2014 से पहले 1,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 10,000 करोड़ रुपये हो गया, जबकि लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम  पर  पर काम चलएं चल रही हैं: अश्विनी वैष्णव$$पर काम चल रहा है

नई लाइनें, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण या तीसरी और चौथी लाइनें जोड़ने आदि जैसी 21 प्रमुख रेलवे परियोजनाएं 2014 से बिहार में पूरी तरह से चालू, जिसमें पटना और मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल शामिल

नई दिल्ली: 29 सितंबर 2025: (PIB Delhi//रेल स्क्रीन डेस्क)::

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी के साथ मिलकर बिहार में कुल सात नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जिनमें तीन अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। ये नई ट्रेनें बिहार में कनेक्टिविटी को एक नया आयाम प्रदान करेंगी और यात्रियों को बेहतर यात्रा सेवाएं प्रदान करेंगी। इन नई ट्रेनों के उद्घाटन के साथ, अब देश भर में चलने वाली 30 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाओं में से बिहार में कुल 26 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं चालू हो गई हैं।

मुजफ्फरपुर-चरलापल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से दक्षिण भारत के लिए पहली अमृत भारत ट्रेन है, जबकि छपरा-आनंद विहार अमृत भारत एक्सप्रेस बिहार से दिल्ली के लिए छठी अमृत भारत ट्रेन बन गई है।

ये अत्याधुनिक स्वदेशी ट्रेन यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी। ये ट्रेनें देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर उत्तर और दक्षिण भारत से बिहार की कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी। इनके परिचालन से राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन, व्यापार एवं रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि बिहार में विकास की गति ऐसी है कि निकट भविष्य में यह राज्य एक स्वर्णिम राज्य के रूप में उभरेगा। ये ट्रेनें बिहार में कनेक्टिविटी का एक नया स्तर प्रदान करेंगी, यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाएंगी और राज्य के समग्र विकास को गति देंगी। श्री वैष्‍णव ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री मोदी के पदभार ग्रहण करने के बाद से, उन्होंने राज्यों पर विशेष ध्यान देते हुए रेलवे को प्राथमिकता दी है। उन्‍होंने कहा कि 2014 से पहले बिहार का वार्षिक रेल बजट केवल लगभग 1,000 करोड़ रुपये था, जबकि आज यह लगभग 10,000 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बिहार के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जिसके तहत बिहार में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का रेलवे नेटवर्क पूरी तरह से विद्युतीकृत हो चुका है और 1,899 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई हैं।

भारतीय रेल द्वारा विकसित, अमृत भारत एक्सप्रेस देश की रेल व्यवस्था में आधुनिकीकरण का प्रतीक बन गई है। यह ट्रेन यात्रा का न केवल एक तेज और किफायती विकल्प है, बल्कि इसमें सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, अग्नि सूचक प्रणाली, सीलबंद गैंगवे और टॉक-बैक यूनिट जैसी उन्नत सुविधाएं भी हैं। पहली बार, गैर-वातानुकूलित डिब्बों में यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए ऐसी उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।

यह “विकसित बिहार से विकसित भारत” के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अमृत ​​भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संक्षिप्त विवरण:

दरभंगा-अजमेर (मदार) अमृत भारत एक्सप्रेस

मुजफ्फरपुर-हैदराबाद (चरलापल्ली) अमृत भारत एक्सप्रेस

छपरा-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) अमृत भारत एक्सप्रेस

रेल सेवाओं में आम जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने चार यात्री ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई।

यात्री ट्रेनों का संक्षिप्त विवरण:

पटना-बक्सर पैसेंजर

झाझा – दानापुर पैसेंजर

नवादा-पटना पैसेंजर

पटना-इस्लामपुर पैसेंजर

राज्य में पूरी हो चुकी कुछ प्रमुख रेलवे परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री वैष्‍णव ने कहा कि 28 किलोमीटर लंबा पटना रेल-सह-सड़क पुल, 15 किलोमीटर लंबा मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल और लंबे समय से प्रतीक्षित कोसी पुल का निर्माण पूरा हो चुका है।

2014 से पूर्णतः चालू महत्वपूर्ण परियोजनाएं

पटना रेल-सह-सड़क पुल

मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल

कोसी पुल

दनियावां-बिहारशरीफ नई लाइन

चांदन-बांका नई लाइन

रामपुरहाट-मंदारहिल नई लाइन

महाराजगंज-मसरख नई लाइन

राजगीर-तिलैया और नटेसर-इस्लामपुर नई लाइन

मानसी-सहरसा-पूर्णिया आमान परिवर्तन

जयनगर-नरकटियागंज आमान परिवर्तन

कप्तानगंज-छपरा आमान परिवर्तन

सकरी-निर्मली एवं सहरसा-फारबिसगंज आमान परिवर्तन

मानसी-सहरसा-सहरसा-पूर्णिया एवं बनमनखी-बिहारीगंज आमान परिवर्तन

साहिबगंज-पीरपैंती दोहरीकरण

महेशखुट-थानाबिहपुर दोहरीकरण

हाजीपुर-रामदयालु नगर दोहरीकरण

पीरपैंती-भागलपुर दोहरीकरण

बख्तियारपुर-बाढ़ दोहरीकरण

किउल-गया दोहरीकरण

हाजीपुर-बछवाड़ा दोहरीकरण

दरभंगा बाईपास

इसके अतिरिक्त, अररिया-गलगलिया (ठाकुरगंज) नई लाइन का काम पूरा हो चुका है और इसका शीघ्र ही उद्घाटन किया जाएगा।

क्रियान्वयन के अंतर्गत मुख्य परियोजनाएं

नई लाइनें: सकरी-हसनपुर, खगड़िया-कुशेश्वरस्थान, कुरसेला-बिहारीगंज, तिलैया-कोडरमा, हाजीपुर-सुगौली, सीतामढी-शिवहर, छपरा-मुजफ्फरपुर, अररिया-सुपौल, विक्रमशिला-कटरिया (गंगा पुल सहित), झाझा-बटिया, पीरपैंती-जसीडीह, छितौतिनी-तुमकुई रोड, जलालगरनी-किशनगंज, जोगबनी-विराटनगर, औरंगाबाद टर्मिनल-अनुग्रह नारायण रोड, जयनगर-बिजलपुरा, धनबाद-सोननगर, आदि।

तीसरी/चौथी लाइन दोहरीकरण कार्य: समस्तीपुर-दरभंगा, सुगौली-वाल्मीकिनगर, मुजफ्फरपुर-सुगौली, नरकटियागंज-दरभंगा-सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर, छपरा-बलिया, कटिहार-कुमेदपुर, बरौनी-बछवारा (तीसरी और चौथी लाइन), सोननगर-अंडाल (तीसरी और चौथी लाइन), पुनारख-बक्तियारपुर (तीसरी और चौथी लाइन) इत्‍यादि।

केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि कई अन्य परियोजनाओं पर काम चल रहा है और अतिरिक्त परियोजनाओं की योजना बनाई जा रही है। वर्तमान में, बिहार में 13 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें यानी 26 सेवाएं चल रही हैं, जो 25 जिलों के 42 स्टॉप को कवर करती हैं। इसके अलावा, वंदे भारत सेवा की 10 जोड़ी ट्रेनें (20 सेवाएं) 28 जिलों को कवर करती हैं। राज्य में नमो भारत रैपिड रेल सेवाएं भी चल रही हैं।

बिहार से चलने वाली ये नई ट्रेनें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाएंगी और आर्थिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी। इन ट्रेनों का उद्देश्य न केवल बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित, तेज और आरामदायक यात्रा भी प्रदान करना है।

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पीके/केसी/एसकेएस/जीआरएस//(रिलीज़ आईडी: 2172722)

Friday, August 22, 2025

दिवाली और छठ के लिए 12,000 से अधिक विशेष रेलगाड़ियां

 Posted on: 21st August 2025 at 2:09 PM by PIB Delhi Regarding New Trains 

वापसी यात्रा की टिकटों पर 20 प्रतिशत की छूट: श्री अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली: 21 अगस्त 2025 (PIB दिल्ली//रेल स्क्रीन डेस्क)::

यह तस्वीर Meta AI ने बनाई 

दिवाली और छठ के लिए 12,000 से अधिक विशेष रेलगाड़ियां,
13 से 26 अक्टूबर के बीच आगे की यात्रा और 17 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच वापसी यात्रा की टिकटों पर 20 प्रतिशत की छूट: श्री अश्विनी वैष्णव

बिहार को दिल्ली, अमृतसर और हैदराबाद से जोड़ने वाली चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियां चलेंगी: श्री अश्विनी वैष्णव

पूर्णिया और पटना के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी, वैशाली, हाजीपुर, सोनपुर, पटना, राजगीर, गया और कोडरमा को जोड़ने वाली बौद्ध सर्किट ट्रेन चलाई जाएगी: श्री अश्विनी वैष्णव

बिहार के लिए बड़ा रेल विस्तार, बक्सर-लखीसराय चार-लाइन कॉरिडोर बनेगा, पटना रिंग रेलवे, सुल्तानगंज-देवघर रेल लिंक, और पटना-अयोध्या ट्रेन चलाई जाएगी

दिवाली और छठ त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।

रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने रेल भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, सांसद डॉ. संजय जायसवाल, केंद्रीय मंत्री श्री ललन सिंह और सांसद श्री संजय कुमार झा के साथ विचार-विमर्श के बाद आगामी दिवाली और छठ पर्व के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यात्रियों को उनकी वापसी यात्रा के दौरान भी सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।

वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श के बाद, यह निर्णय लिया गया कि दिवाली और छठ के लिए 12,000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि यात्रियों को वापसी यात्रा में कोई परेशानी न हो।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि 13 से 26 अक्टूबर के बीच आगे की यात्रा और 17 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच वापसी यात्रा करने वाले यात्रियों को वापसी टिकटों पर 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह पहल इसी त्योहारी सीज़न में लागू की जाएगी और इससे बड़ी संख्या में लोगों को लाभ होगा।

इसके अतिरिक्त, गया से दिल्ली, सहरसा से अमृतसर, छपरा से दिल्ली और मुजफ्फरपुर से हैदराबाद के लिए चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की जाएंगी। मंत्री ने घोषणा की कि भगवान बुद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों और विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए एक नई सर्किट ट्रेन भी शुरू की जाएगी, जो वैशाली, हाजीपुर, सोनपुर, पटना, राजगीर, गया और कोडरमा तक जाएगी।

बक्सर-लखीसराय रेल खंड को चार-लाइन कॉरिडोर में विस्तारित किया जाएगा, जिससे अधिक रेलगाड़ियाँ चल सकेंगी। पटना के चारों ओर एक रिंग रेलवे प्रणाली विकसित की जाएगी। सुल्तानगंज और देवघर को रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा। पटना और अयोध्या के बीच भी एक नई रेल सेवा शुरू की जाएगी। श्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि लौकहा बाज़ार में एक वाशिंग पिट सुविधा स्थापित की जाएगी और बिहार में कई नए स्वीकृत रोड ओवरब्रिजों पर काम किया जाएगा।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह, सांसद डॉ. संजय जायसवाल और सांसद संजय कुमार झा ने बिहार के लिए और अधिक परियोजनाओं को मंजूरी देने और अमृत भारत और वंदे भारत सहित कई नई ट्रेनों की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया।

****//पीके/केसी/एसकेजे/एसके

Thursday, August 21, 2025

भारतीय रेल:रिकॉर्ड गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स का संचालन होगा

 रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//प्रविष्टि तिथि: 21 AUG 2025 at 8:43 PM by PIB Delhi

गणपति स्पेशल ट्रेन सेवा 11 अगस्त से शुरू है, त्योहार नज़दीक आने पर और ट्रिप्स जोड़े गए

तस्वीर - Meta AI से 
नई दिल्ली: 21 अगस्त 2025: (पीआईबी दिल्ली/ / रेल स्क्रीन डेस्क)::

भारतीय रेलवे ने 2025 के लिए 380 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स (फेरों) की घोषणा की है, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है। इस कदम का उद्देश्य त्योहार के मौसम में श्रद्धालुओं और यात्रियों को आरामदायक और सुगम यात्रा उपलब्ध कराना है। वर्ष 2023 में कुल 305 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स का संचालन किया था जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 358 हो गई।

महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में भारी त्योहारी यात्रा मांग को देखते हुए मध्य रेलवे सबसे अधिक 296 सेवाएं संचालित करेगा। पश्चिम रेलवे 56, कोंकण रेलवे (केआरसीएल) 6, और दक्षिण पश्चिम रेलवे 22 गणपति स्पेशल फेरों का संचालन करेगा।

कोंकण रेलवे पर चलने वाली गणपति स्पेशल ट्रेनों के पड़ाव कोलाड, इंदापुर, मानगांव, गोरेगांव रोड, वीर, सापे वार्मने, करंजडी, विन्हेरे, दीवानखावटी, कलांबनी बुद्रुक, खेड़, अंजनी, चिपलुन, कामथे, सावरदा, अरावली रोड, संगमेश्वर रोड, रत्नागिरी, अदावली, विलावडे, राजापुर रोड, वैभववाड़ी रोड, नंदगांव रोड, कंकावली, सिंधुदुर्ग, कुदाल, जराप, सावंतवाड़ी रोड, मदुरे, थिविम, करमाली, मडगांव जंक्शन, कारवार, गोकामा रोड, कुमता, मुर्देश्वर, मूकाम्बिका रोड, कुंडापुरा, उडुपी, मुल्की और सुरथकल में बनाए गए हैं।

गणपति पूजा 27 अगस्त से 6 सितंबर 2025 तक मनाई जाएगी। त्योहारी भीड़ को पूरा करने के लिए, गणपति स्पेशल ट्रेनें 11 अगस्त 2025 से चल रही हैं, और जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है, सेवाओं को लगातार बढ़ाया जा रहा है।

स्पेशल ट्रेनों का विस्तृत कार्यक्रम आईआरसीटीसी की वेबसाइट, रेलवन ऐप और कंप्यूटरीकृत पीआरएस पर उपलब्ध है।

भारतीय रेलवे ने कहा है कि वह यात्रियों को सुरक्षित, विश्वसनीय और सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, खासकर त्योहारों के दौरान जब मांग अत्यधिक बढ़ जाती है।

****//पीके/केसी/केजे//(रिलीज़ आईडी: 2159615)

Sunday, July 6, 2025

रेल यात्रियों के लिए मूल किराया तर्कसंगत बनाया गया

 30-June, 2025 18:01 IST

रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से उठाया विशेष कदम 

नई दिल्ली:  6 जुलाई 2025: (पीआईबी / /इनपुट-ChatGPT//मीडिया लिंक रविंदर//रेल स्क्रीन) ::

रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से मूल किराया तर्कसंगत बनाया है जिसका विवरण यहाँ प्रस्तुत है। 

Meta AI image 
रेलवे ने आम जनता के साथ पिछले कई दशकों के दौरान अपना राब्ता बेहद मज़बूत बनाया है। पीछे तो अमीर लोग भी नहीं रहे लेकिन गरीब और मध्यवर्गीय लोगों के लिए रेलवे आम तौर पर पहली पसंद रहा है। इसकी एक वजह तो है कि अन्य सही साधनों के मुकाबिले रेल का किराया कम महसूस होता रहा। दूसरा रेल में ज़्यादा सुरक्षा भी महसूस हुई। इसी के चलते रेल की भीड़ कभी कम नहीं हुई।  अब रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से रेल यात्रियों के लिए मूल किराया तर्कसंगत बनाया है। 

इस नए प्रावधान  के अंतर्गत रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से रेल यात्रियों के लिए जो मूल किराया तर्कसंगत बनाया है उसके अंतर्गर कुछ तब्दीलियां भी सामने आई हैं। 

रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई 2025 से सभी श्रेणियों की ट्रेनों में मूल किराये की संरचना को तर्कसंगत बनाते हुए सरल और पारदर्शी कर दिया है। इससे टिकट बुकिंग प्रक्रिया अधिक स्पष्ट होगी और यात्रियों को अनावश्यक अतिरिक्त शुल्कों या जटिल शुल्क संरचनाओं से राहत मिलेगी।

इस नए प्रावधान के चलते साधारण श्रेणी में 500 किलोमीटर तक कोई वृद्धि नहीं; 501 से 1500 किलोमीटर की दूरी के लिए 5 रुपये और 2500 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 10 रुपये तथा 2501 से 3000 किलोमीटर की दूरी के लिए 15 रुपये की वृद्धि

किराया संरचनाओं को सुव्यवस्थित करने और यात्री सेवाओं की वित्तीय स्थिरता बढ़ाने के उद्देश्य से, रेल मंत्रालय ने 01 जुलाई 2025 से यात्री ट्रेन सेवाओं के मूल किराए को युक्तिसंगत बना दिया है। संशोधित किराए भारतीय रेलवे सम्मेलन संघ (आईआरसीए) द्वारा जारी अद्यतन यात्री किराया तालिका पर आधारित हैं।

किराया युक्तिकरण की मुख्य विशेषताएं (1 जुलाई 2025 से प्रभावी):

उपनगरीय एकल यात्रा किराये और सीज़न टिकटों (उपनगरीय और गैर-उपनगरीय दोनों मार्गों के लिए) में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।

साधारण गैर-एसी श्रेणियों (गैर-उपनगरीय रेलगाड़ियों) के लिए:

द्वितीय श्रेणी: प्रति किलोमीटर आधा पैसा बढ़ाया जाएगा, यह निर्भर करेगा

500 किलोमीटर तक कोई बढ़ोतरी नहीं

501 से 1500 किलोमीटर की दूरी के लिए 5 रुपये की बढ़ोतरी

1501 से 2500 किलोमीटर की दूरी के लिए 10 रुपये की बढ़ोतरी

2501 से 3000 किलोमीटर की दूरी के लिए 15 रुपये की बढ़ोतरी

स्लीपर क्लास: 0.5 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी

प्रथम श्रेणी: 0.5 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए (गैर-एसी):

द्वितीय श्रेणी: 01 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

स्लीपर श्रेणी: 01 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

प्रथम श्रेणी: 01 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि

एसी श्रेणी के लिए (मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें):

एसी चेयर कार, एसी 3-टियर/3-इकोनॉमी, एसी 2-टियर, और एसी फर्स्ट/एग्जीक्यूटिव क्लास/एग्जीक्यूटिव अनुभूति: 02 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी

संशोधित श्रेणी-वार किराया संरचना के अनुसार किराया संशोधन प्रमुख और विशेष ट्रेन सेवाओं जैसे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, एसी विस्टाडोम कोच, अनुभूति कोच और सामान्य गैर-उपनगरीय सेवाओं पर भी लागू होता है।

सहायक शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं:

आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट अधिभार और अन्य शुल्क अपरिवर्तित रहेंगे।

जीएसटी नियमों के अनुसार लागू रहेगा।

किराया राउंडिंग सिद्धांत मौजूदा मानदंडों के अनुसार बने रहेंगे।

कार्यान्वयन

संशोधित किराया 01.07.2025 को या उसके बाद बुक किए गए टिकटों पर लागू होगा। इस तिथि से पहले जारी किए गए टिकट किराये में बिना किसी सुधार के मौजूदा किराए पर वैध रहेंगे। पीआरएस, यूटीएस और मैनुअल टिकटिंग सिस्टम को तदनुसार अपडेट किया जा रहा है।

रेल मंत्रालय ने संशोधित किराया संरचना का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए सभी जोनल रेलवे को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। जोनल रेलवे को सभी स्टेशनों पर किराया डिस्प्ले अपडेट करने का भी निर्देश दिया गया है।

संशोधित यात्री किराया तालिका देखने के लिए यहां क्लिक करें

*******//एमजी/केसी/केपी/एसएस//(Release ID :145486)


Wednesday, June 18, 2025

तत्काल टिकट बुक करने के लिए अब आधार हुआ आवश्यक

 रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav// प्रविष्टि तिथि: 11 JUN 2025 at 4:27PM by PIB Delhi

पहली जुलाई से लागू हो रही है आईआरसीटीसी नियमों में नई तब्दीली 

पहली जुलाई से IRCTC की वेबसाइट//ऐप पर केवल आधार सत्यापन से हो सकेगी तत्काल टिकट बुकिंग 

*एसी और नॉन-एसी क्लास के लिए पहले 30 मिनट में कोई एजेंट बुकिंग नहीं होगी

*15 जुलाई से ऑनलाइन तथा यात्री आरक्षण प्रणाली काउंटर और अधिकृत एजेंटों के माध्यम से तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी आधारित सत्‍यापन अनिवार्य होगा

नई दिल्ली::11 जून 2025: (PIB Delhi//रेल स्क्रीन डेस्क)::

यात्रियों को तत्काल टिकट निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सुलभ कराने और उनके हितों की रक्षा के लिए भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में महत्वपूर्ण संशोधनों की घोषणा की है। इनका उद्देश्य उपयोगकर्ता सत्‍यापन बढ़ाना और योजना का दुरुपयोग रोकना है।

नए प्रावधान में निम्‍नलिखित व्‍यवस्‍था की गई है:

1. ऑनलाइन तत्काल बुकिंग के लिए आधार सत्‍यापन:

एक जुलाई 2025 से, भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप द्वारा तत्काल टिकट बुकिंग केवल आधार सत्‍यापित उपयोगकर्ताओं के लिए ही उपलब्ध होंगे।

इसके अलावा, 15 जुलाई 2025 से ऑनलाइन तत्काल बुकिंग के लिए आधार ओटीपी सत्‍यापन अनिवार्य हो जाएगा।

2. यात्री आरक्षण प्रणाली काउंटर (पीआरएस काउंटर) और एजेंटों द्वारा बुकिंग में सिस्टम-आधारित ओटीपी सत्‍यापन:

कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटरों और अधिकृत एजेंटों के माध्यम से तत्काल टिकटों की बुकिंग के दौरान उपयोगकर्ता के मोबाइल नंबर पर ओटीपी सत्‍यापन की आवश्यकता होगी।

यह प्रावधान भी 15 जुलाई 2025 से लागू होगा।

3. अधिकृत एजेंटों के लिए बुकिंग समय की पाबंदी:

रेल आरक्षण के शुरूआती समय में बल्क (एक साथ बहुत सारे) बुकिंग रोकने के लिए, भारतीय रेलवे के अधिकृत टिकटिंग एजेंटों को बुकिंग विंडो के पहले 30 मिनट के दौरान तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

एसी क्लासों के लिए, यह प्रतिबंध सुबह 10 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक और गैर-एसी क्लास के लिए, सुबह 11 बजे से 11 बजकर 30 मिनट तक लागू होगा।

ये बदलाव तत्काल बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ाने और सुनिश्चित करने के लिए लागू किए जा रहे हैं कि योजना का लाभ वास्तविक उपयोगकर्ताओं को मिले।

रेलवे सूचना प्रणाली केन्‍द्र (सीआरआईएस) और आईआरसीटीसी को इस बारे में आवश्यक प्रणालीगत संशोधन करने और सभी रेलवे जोन और संबंधित विभागों को सूचित करने के निर्देश दिये गये हैं।

रेल मंत्रालय ने सभी यात्रियों से इन परिवर्तनों पर ध्यान देने का अनुरोध  किया है। असुविधा से बचने के लिए उसने आईआरसीटीसी उपयोगकर्ताओं को अपने प्रोफाइल आधार नम्‍बर के साथ जोड़ने का आग्रह किया है।

***//एमजी/केसी/एकेवी/एमबी//(रिलीज़ आईडी: 2135773)

Friday, May 23, 2025

बिहार:रेलवे के बुनियादी ढांचे की मज़बूती के लिए एक कदम और

 रेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//Posted On: 23 MAY 2025 6:25 PM by PIB Patna

*केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने जमालपुर लोकोमोटिव वर्कशॉप में वैगन पीओएच क्षमता वृद्धि की परियोजना की आधारशिला रखी

*इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह तथा बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी एवं श्री विजय कुमार सिन्हा उपस्थित रहे


पटना: 23 मई 2025: (पीआईबी पटना//रेल स्क्रीन डेस्क)::

भारतीय जनता और भारत के दूर दराज वाले क्षेत्रों को जोड़ती भारतीय रेल वास्तव में ज़िंदगी का संदेश देती है और कहती है की चलना ही ज़िन्दगी है चलती ही जा रही है। रेल को देख कर पता चलता है कि अब भारतीय रेलवे ने कितनी तरक्की कर ली है। 

माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव बिहार के दौरे पर पटना पहुंचे जहां उन्होंने आज दिनांक 23 मई 2025 को बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से मुलाकात की तथा बिहार में रेलवे से जुड़ी परियोजनाओं पर चर्चा की। इस चर्चा में बहुत सी बातें ऐसी ही रही होंगीं जिनका संबंध बिहार के विकास से भी होगा और देश के विकास से भी। 

1. आज दिन भर के कार्यक्रम के दौरान माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी ने पटना से जमालपुर के बीच विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी तथा श्री विजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे।

जमालपुर पहुंचने के उपरांत केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने जमालपुर स्टेशन का निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने 30 करोड़ रुपये की लागत से जमालपुर स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों का जयाजा  लिया एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए । 

2. जमालपुर वर्कशॉप पहुंचने पर, माननीय केंद्रीय रेल मंत्री श्री वैष्णव ने अन्य मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ वैगन निर्माण शॉप और क्रेन शॉप आदि का निरीक्षण किया तथा जमालपुर वर्कशॉप के उन्नयन के लिए 78.96 करोड़ रुपये के रूप में एक और सौगात देते हुए जमालपुर वर्कशॉप में वैगन पीओएच क्षमता वृद्धि परियोजना की आधारशिला रखी। 

3. वैगन निर्माण वर्कशॉप में रेल मंत्री ने जमालपुर वर्कशॉप में निर्मित बॉक्सएन वैगन, बीएलसीएस वैगन तथा शौचालय युक्त ब्रेक वैन के निर्माण का निरीक्षण किया। क्रेन वर्कशॉप में माननीय मंत्री ने नवनिर्मित 140 टन क्रेन, 8-व्हीलर टावर कार तथा जमालपुर जैक का निरीक्षण किया, जो इस  वर्कशॉप के विशेष उत्पादों में शामिल हैं। वर्कशॉप में केंद्रीय रेल मंत्री का जमालपुर लोकोमोटिव वर्कशॉप के कर्मचारियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। 

इसके बाद केंद्रीय रेल मंत्री ने इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट आफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग (IRIMEE) जमालपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने वेल्डिंग, न्यूमेटिक्स, हाइड्रोलिक्स तथा मेक्ट्रोनिक्स जैसी इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं पर विस्तृत विकास योजना वाली ‘‘सेंटर आफ एक्सीलेंस‘‘ नामक पुस्तिका का विमोचन किया। इस पुस्तक में इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट आफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग, जमालपुर में इंजीनियरों के लिए इस प्रतिष्ठित प्रशिक्षण केंद्र में बुनियादी ढांचे, प्रशिक्षण सुविधा के उन्नयन एवं विकास के लिए वेल्डिंग, न्यूमेटिक्स, हाइड्रोलिक्स तथा मेक्ट्रोनिक्स विषयों पर कार्य योजनाएं शामिल हैं। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक 350 करोड़ रुपये की लागत से जमालपुर स्टेशन, इरमी और वर्कशाप का उन्नयन एवं विकास किया जाना है। 

4. आज के परिदृश्य में आवश्यकता के अनुरूप एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए वैगन, क्रेन और जमालपुर जैक आदि के निर्माण के लक्ष्यों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिसके लिए वर्कशाप के आधारभूत संरचना के विकास का भी लक्ष्य रखा गया है । जमालपुर लोकोमोटिव वर्कशॉप में वैगन पीओएच वृद्धि के लिए 545 से 800 वैगन प्रति माह की परियोजना की आधारशिला रखने के साथ ही वैगन ओवरहालिंग क्षमता 255 यूनिट प्रति माह से अधिक हो जाएगी। इस क्षमता वृद्धि परियोजना को लगभग 79 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित किया जाएगा। इससे टर्न अराउंड टाइम में सुधार होगा, वैगन की उपलब्धता बढ़ेगी और परिचालन में सुधार होगा।

वर्ष 2026 से इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट आफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग, जमालपुर में रेलवे के अधिकारियों के अलावा बाहरी लोगों को भी स्कील डेवलपमेंट की ट्रेनिंग की शुरूआत की जाएगी जिसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रीकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विषयों पर ट्रेनिंग दी जाएगी । यह इंस्टीच्यूट भारतवर्ष का एक उत्कृष्ट शैक्षणिक केन्द्र होगा जो मील का पत्थर साबित होगा। 

वर्ष 2009 से 2014 के मध्य बिहार में रेलवे के विकास के लिए प्रतिवर्ष औसतन 1,132 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में बढ़ाकर इस वर्ष 10 हजार 66 करोड़ रूपये कर दिया गया है, जो कि पिछली सरकार की तुलना में 09 गुना ज्यादा है। बिहार में जहां 2009-14 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 64 किमी नई लाइन का निर्माण होता था वहीं 2014 से 2024 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 167 किमी नई लाइन का निर्माण हुआ है जो लगभग 2.5 गुणा ज्यादा है । इसी तरह बिहार में जहां 2009-14 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 30 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण होता था वहीं 2014 से 2024 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 275 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ है जो लगभग 09 गुणा ज्यादा है । बिहार में 2014 से 1832 किमी नई लाईन का निर्माण किया जा चुका है जो लगभग मलेशिया के कुल रेल नेटवर्क के बराबर है । इसके साथ ही बिहार में 2014 से 3020 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया जा चुका है तथा बिहार में रेलवे का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है । इन सभी प्रयासों से बिहार के सामाजिक-आर्थिक स्थिति समृद्ध होगी।

केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने सूक्ष्म स्तर पर सोच और समग्र दृष्टिकोण के लिए विकास को उस स्तर तक लाने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री की प्रशंसा की। इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी और बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने बिहार के विकास में रेलवे के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर माननीय विधायक श्री प्रणव कुमार, श्री अजय कुमार सिंह, श्री राजीव कुमार सिन्हा एवं श्री लाल मोहन गुप्ता, पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री छत्रसाल सिंह, पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिलिन्द देउस्कर तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

*********//कुमार सौरभ/संदीप कपूर//(Release ID: 2130812)